सोशल मीडिया पर भी चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सऐप पर इन दिनों कुछ दिलचस्प तस्वीरें वायरल हो रही हैं। ‘मोदी’ ब्रांड नेम वाली सेब की कई तस्वीरें शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर ऑस्ट्रेलिया के एक शख्स ने अपने सेब के व्यवसाय का नाम ‘मोदी एप्पल’ रख दिया है। मोदी स्टीकर लगे सेब और मोदी लिखे बड़े-बड़े वुडन बॉक्स में रखे सेब की तस्वीरों को देख यूजर्स खुद को इन्हें शेयर करने से नहीं रोक पा रहे हैं। लेकिन सच कुछ और है। आइए, पहले वह वायरल पोस्ट देखते हैं।
कई फेसबुक ग्रप्स और यूजर्स ने ये तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है-
‘मेलबॉर्न, ऑस्ट्रेलिया : नरेंन्द्र मोदी जी से प्रभावित फिलिपो ने अपने नए सेब के व्यवसाय को मोदी के नाम पर रखा। भारत के बाजारों में भी मिलेगा ये सेब’।
वायरल तस्वीरों का सच क्या है?हमने सबसे पहले ‘मोदी एप्पल’ को इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें ‘मोदी एप्पल’ का
फेसबुक पेज और
वेबसाइट दोनों मिल गए।
वेबसाइट से पता चला कि ‘मोदी एप्पल्स’ ऑस्ट्रेलिया में मिलने वाली सेब की एक नई किस्म है। इस किस्म के सेब को सबसे पहले इटली में तैयार किया गया था। इसे कोनसोरजियो इटेलियानो विवेस्टी (सीआईवी) संस्था ने वर्ष 2007 में तैयार किया।
‘मोदी एप्पल’ का नाम इटैलियन चित्रकार एमेडियो मोडीग्लिआनी के नाम पर रखा गया है, जिनके दोस्त उन्हें प्यार से ‘मोडी’ कहकर बुलाते थे।
आपको बता दें कि वायरल हो रही सारी तस्वीरें ‘मोदी एप्पल, ऑस्ट्रेलिया’ के फेसबुक पेज से ली गई हैं।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया है कि मोदी एप्पल के नाम से वायरल तस्वीरें तो सही हैं, लेकिन उनके साथ किया गया दावा गलत है। इन मोदी एप्पल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कोई संबंध नहीं है।