सोशल मीडिया पर रोजगार को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का एक बयान काफी वायरल हो रहा है। दावा किया गया है कि रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सरकार ने युवाओं को नौकरी देने का ठेका नहीं ले रखा है।
क्या है वायरल-
वायरल पोस्ट में रविशंकर प्रसाद की तस्वीर के साथ उनका बयान लगा हुआ है, जिसमें लिखा हुआ है- ‘केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा-ठेका नहीं ले रखा हमने, युवाओं को नौकरी देने का।’
क्या है सच-
जब हमने रविशंकर प्रसाद के कथित बयान को इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें बिल्कुल यही बयान तो नहीं मिला, लेकिन ऐसी कई खबरों के लिंक मिले, जिसमें केंद्रीय कानून मंत्री ने यह कहा है कि हमने कभी नहीं कहा था कि हम सबको सरकारी नौकरी देंगे।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, रविशंकर प्रसाद ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आर्थिक मंदी की स्थिति को खारिज करते हुए तीन फिल्मों से एक दिन में हुई 120 करोड़ रुपये की कमाई का जिक्र किया था। उन्होंने फिल्मों से हुई कमाई का जिक्र करते हुए कहा था कि यह स्थिति मजबूत अर्थव्यवस्था की निशानी है। हालांकि, बाद में आलोचना की वजह से उन्होंने अपने इस बयान को वापस ले लिया।
इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह बेरोजगारी को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहते हैं, “मैं NSSO की रिपोर्ट को गलत कहता हूं। NSSO ने क्या उन आंकड़ों को अपनी रिपोर्ट में रखा है, जो मैंने बताएं हैं? मैंने आपको दस नंबर बताएं, सब प्रमाणिक नंबर हैं। एक नहीं है उनकी रिपोर्ट में। क्यों नहीं है? इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में, आईटी क्षेत्र में, मुद्रा लोन में, कॉमन सर्विस सेंटर्स में….हमने कभी नहीं कहा कि सबको सरकारी नौकरी देंगे। वह भी नहीं कहते हैं। इसलिए कुछ लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से उसे गुमराह करने की कोशिश की।”
12 अक्टूबर को किए गए ANI के ट्वीट में भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को देखा जा सकता है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि रविशंकर प्रसाद के नाम से रोजगार को लेकर वायरल हो रहा बयान फर्जी है। रविशंकर प्रसाद ने यह कहा था कि ‘हमने कभी नहीं कहा कि सबको सरकारी नौकरी देंगे।’ उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि उनकी सरकार ने सभी युवाओं को नौकरी देने का ठेका नहीं ले रखा है।