सोशल मीडिया पर इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए एक तस्वीर तेजी से शेयर की जा रही है। इस तस्वीर में लिखा है- ‘ये बनारस है। मोदी जी की लोकसभा सीट। उन्होंने वादा किया था कि इसे क्योटो बना देंगे। दो साल के अंदर मोदी जी ने अपना वादा पूरा किया। गोदौलिया में बनी यह बिल्डिंग पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी है। सेक्यूलर मीडिया इस विकास को कभी नहीं दिखाएगी। आपको भारत माता की कसम है इस बेजोड़ इंजिनियरिंग को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि मोदी जी की आलोचना करने वाले चुप हो सकें’। वायरल तस्वीर में दिखाए गए रोड के बारे में आगे लिखा गया है- 'गोदौलिया से हाईवे निकल कर सीधा अस्सी घाट जाता है। बीच में यह बिल्डिंग में से घुसते हुए बीएचयू की तरफ निकलता है'।
फेसबुक के एक यूजर आरएस नागर ने यह तस्वीर 10 जुलाई को पोस्ट किया था, जिसके बाद इसे अब तक 28,000 से अधिक बार शेयर किया जा चुका है और साथ ही 1,70,000 से अधिक लोगों ने लाइक भी किया है।
आइए जानते हैं, कितनी सच्चाई है इन दावों में..
जब हमने वायरल तस्वीर की पड़ताल की तो हमें एक फेसबुक पेज ‘विकास क बाऊ’ पर हू-ब-हू वही तस्वीर मिली, जो 15 जून 2016 को पोस्ट की गई। इस तस्वीर के साथ वही मैसेज लिखा गया था, जो इन दिनों वायरल हो रही तस्वीर में है, लेकिन इस पेज ने यह पोस्ट व्यंग्यात्मक रूप से किया था। मैसेज के अंत में डाले गए विंक फेस से आप खुद भी समझ सकते हैं।
अब जानते हैं, क्या सच में ऐसी कोई जगह है, जहां इस तरह के रोड बने हुए हैं। जी हां, यह तस्वीर असली है और चीन के शहर शंघाई की है। इस तस्वीर में दिख रहा रोड शंघाई का ननपू ब्रिज का है। केबल-स्टाइल यह ब्रिज सेंट्रल शंघाई से हुआंगपु नदी पार करने वाला पहला पुल है और इसे 1991 में जनता के लिए खोला गया था।
हमारी पड़ताल में पता चला कि यह तस्वीर झूठे दावे के साथ वायरल की जा रही है।