सोशल मीडिया पर रेल मंत्रालय का एक नोटिस तेजी से वायरल हो रहा है। नोटिस में लिखा गया है कि रेलवे पदों में कटौती कर रही है। पद घटाने का कारण निजीकरण को बताया गया है। यह नोटिस इतना वायरल हो गया है कि सरकारी नौकरियों के अपडेट और जरूरी जानकारियां देने वाली कुछ वेबसाइट्स ने भी इसे अपने साइट पर पोस्ट कर दिया है।
क्या है वायरल नोटिस में-
नोटिस शेयर करते हुए फेसबुक युजर Anil Yadav ने लिखा- “ले लो नौकरी।” इस नोटिस में लिखा है कि भारतीय रेलवे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार कर रहा है और निजीकरण को प्रोत्साहित कर रहा है, इसलिए एनटीपीसी वैकेंसी 2019 (NTPC vacancies 2019) को घटाकर 35,277 से 10,648 कर दिया गया है। ताकि भारतीय रेलवे अतिरिक्त भार ना पड़े।
क्या है सच-
जब हमने वायरल नोटिस को गौर से देखा, तो पाया कि इस तस्वीर से छेड़छाड़ की गई है। नोटिस में कंटेंट अलग-अलग फॉन्ट साइज में है और साथ ही शब्दों में गलतियां भी हैं। नोटिस में नीचे CHAIRPERSONS के पास ‘Activate Windows’ का वॉटरमार्क दिख रहा है और उसके नीचे ‘Railway Recruitment Boards’ के बीच में काफी जगह छोड़ी गई है।
किसी भी सरकारी मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस में इतनी गलतियां पाने से हमें इस पर संदेह हुआ। पड़ताल जारी रखते हुए हमने भारतीय रेल मंत्रालय का रेलवे नियुक्ति संस्था की आधिकारिक वेबसाइट चेक किया।
वेबसाइट में ऊपर ही एक टिकर था, जिसमें लिखा हुआ है कि सोशल मीडिया पर RRB के नाम से कोई भी जानकारी/सूचना पर ध्यान ना दें।
वेबसाइट पर वायरल नोटिस के नोटिस नंबर CEN-01/2019 भी था, लेकिन उसमें वायरल नोटिस का कंटेंट नहीं था।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि रेलवे का वायरल नोटिस फेक है।