कुछ दिन पहले कश्मीर में सेना और आतंकियों के बीच एनकाउंटर हुआ, जिसमें तीन आतंकी मारे गए और 12 जवान घायल हो गए। एनकाउंटर के बाद सेना के जवानों ने आतंकियों के शवों को रस्सियों से बांध खींचकर अपने व्हीकल में रखा। इसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगीं। कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई तो कुछ लोगों ने कहा कि यह ठीक है। लेकिन अब कश्मीर की इस फोटो को कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी से जोड़कर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें कांग्रेस के चुनाव निशान ‘पंजा’ के साथ प्रियंका चतुर्वेदी की तस्वीर लगी है और लिखा है- ‘जिस फौजी ने बेकसूर आंतकवादी को घसीटा उसको फांसी दो नहीं तो देश में आग लगा देंगे- प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस’।
फेसबुक पेज ‘योगी सरकार’ ने यह तस्वीर शेयर की है, जिसे अब तक 5,900 लोगों ने शेयर किया है। इस तस्वीर के वायरल हो जाने के बाद कई लोगों ने प्रियंका चतुर्वेदी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी कीं।
क्या है सच..
हमने सबसे पहले सभी मीडिया रिपोर्ट्स चेक किए क्योंकि अगर प्रियंका चतुर्वेदी ने यह बयान दिया है तो किसी न किसी मीडिया हाउस ने तो इसे छापा होता। लेकिन हमें प्रियंका के हवाले से ऐसा कोई बयान नहीं मिला।
आज सुबह ही प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस फेक पोस्ट के बारे में लिखा- ‘मेरे नाम पर एक और फेक बयान फेसबुक पर फिर से वायरल हो रहा है। फेसबुक झूठे और फेक कहानियों का हब बनता जा रहा है। 2014 से जो झूठ और फेक वायरस से पीड़ित हैं, उनके लिए जल्द ठीक होने की शुभकामनाएं’।
आइए, अब जानते हैं कि आतंकियों के शव को क्यों घसीटकर लाया जाता है..
विवाद बढ़ने के बाद सेना ने सफाई देते हुए कहा कि सेफ्टी प्रोटोकॉल के चलते आतंकियों के शवों को रस्सियों से बांधकर लाया जाता है क्योंकि कई बार आतंकी ग्रेनेड या IED लगाए होते हैं। शव को पलटने पर यह फट सकता है और हादसा हो सकता है। पठानकोट में कर्नल निरंजन ऐसे ही शहीद हुए थे। इसलिए ऐसा किया जाता है।
हमारी पड़ताल में कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के बारे में वायरल पोस्ट झूठा निकला।