सोशल मीडिया पर मशहूर हिंदू कथावाचक जया किशोरी की क्रिसमस कैप पहनी हुई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। जया की इन तस्वीरों ने जमकर बवाल मचा रखा है। जया किशोरी की दो तस्वीरों का एक कोलाज शेयर कर लोग उनके ईसाई धर्म प्रचार करने पर आपत्ति जता रहे हैं। तस्वीरों में उन्होंने लाल रंग के कुर्ते और दुपट्टे के साथ सफेद बॉर्डर वाली लाल क्रिसमस कैप लगाई हुई है।
क्या है वायरल-
एक यूजर ने इस कोलाज को शेयर करते हुए लिखा, “यह सैंटा का फुग्गे वाला फोटो किसी ईसाई महिला या बॉलीवुड की सिनेमा तारिका का नहीं बल्कि हिन्दू कथा वाचिक जय किशोरी जी का है। वही जय किशोरी जी जिनके भजनों पर करोड़ों हिन्दू झूमते हैं और लाखों हिन्दू जिन्हे आदर्श मानते हैं। इनको इतना मान-सम्मान-धन-दौलत सब कुछ हिन्दू कथा वाचिक के रूप में प्राप्त हुआ पर जब सब कुछ मिल गया तब इन्हे भी अन्य कथा वाचकों की तरह सर्व धर्म समभाव का कीड़ा काटने लगा। लगता है जया किशोरी जी ने मोरारी वाले कांड से कुछ नहीं सीखा। हमें तो लगता था कि मोरारी कांड से इन लोगों की बुद्धि ठिकाने आ गई होगी पर लगता है कि एक और अभियान आवश्यक है।”
फेसबुक पर ये पोस्ट काफी वायरल है।
ट्विटर पर भी बहुत सारे लोग इसे शेयर कर रहे हैं।
क्या है सच-
जया किशोरी ने खुद 29 दिसंबर 2020 को एक ट्वीट के जरिये बताया है कि क्रिसमस कैप पहनी हुई उनकी जो फोटो लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, वह फर्जी है।
वायरल कोलाज के फोटोज जया किशोरी के
फेसबुक अकाउंट से ली गई हैं।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि कथावाचक जया किशोरी की तस्वीरों का जो कोलाज सोशल पर शेयर किया जा रहा है, वो एडिटेड है। असली तस्वीरों में जया ने क्रिसमस कैप नहीं लगाई हुई है।