देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 700 के पार पहुंच चुकी है। वहीं, कोरोना से मरने वालों की संख्या 17 हो गई है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है। कहा जा रहा है कि रामचरितमानस के बालकांड में बाल निकल रहा है और इस बाल से कोरोना के इलाज का दावा किया जा रहा है।
क्या है वायरल-
कई लोग दावा कर रहे हैं कि रामचरितमानस के बालकांड में में बाल निकल रहा है। इस तीन अंगुल के बाल को पानी में उबालकर गंगाजल में मिलाकर पीने से कोरोना वायरस समाप्त हो सकता है। वहीं, कई लोग ये भी दावा कर रहे हैं कि बाल सुनहरे रंग का होगा।
क्या है सच-
धर्मग्रंथों के जानकार और हमारे सहयोगी अनिरुद्ध जोशी ने बताया कि यह पूरी तरह से अफवाह है। इसमें कोई वैज्ञानिक पहलू नहीं है, इस तरह की बातों से दूर रहें। हर घर में लोग रामचरितमानस का पाठ करते हैं, ऐसे में पाठ करते समय लोगों के बाल टूटकर गिर जाते होंगे। इसलिए इस तरह की अफवाहों से लोगों बचना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि बालों में संक्रमण होता है इसलिए इसे पानी में डालकर उबालकर पीना सेहत के साथ खिलवाड़ हो सकता है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि रामचरितमानस के बालकांड से बाल निकलने का दावा मात्र अफवाह है और इस बाल को पानी में उबालकर पीना खतरनाक हो सकता है।
वेबदुनिया अपने सभी पाठकों से आग्रह करता है कि वे पैनिक से बचें और कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए घर पर रहें। सोशल मीडिया में कोरोना को लेकर जो इलाज बताए जा रहे हैं, उन पर ध्यान न दें। कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां बरतें।