सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से प्रसिद्ध डिटर्जेंट पाउडर कंपनी SurfExcel ट्रेंड कर रही है। SurfExcel ने होली को ध्यान में रखते हुए हिंदू-मुस्लिम एकता पर एक विज्ञापन बनाया था, जिसके बाद उसका भारी विरोध हो रहा है और ट्विटर पर #BoycottSurfExcel भी टॉप ट्रेंडिंग में आ गया। अब, SurfExcel को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में लिखा गया है- ‘सर्फ एक्सेल के अपमानजनक विज्ञापन के बाद आहत हुए हिंदू समुदाय के लोगों द्वारा बड़े स्तर पर बहिष्कार करने के बाद कंपनी को अब तक 10 करोड़ का नुकसान हो चुका है और यह घाटा बढ़ने की उम्मीद है।’
फेसबुक पर ‘The Right Direction’ नाम के पेज ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा- ‘सिर्फ 10 करोड़? इसे 100 करोड़ पहुंचाते हैं। सर्फ एक्सेल का बहिष्कार करें! हिंदुस्तान यूनीलिवर लिमिटेड का बहिष्कार करें!’
सच क्या है?
जब हमने टाइम्स ऑफ इंडिया के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट को चेक किया तो हमें सर्फ एक्सेल के विज्ञापन के बाद उत्पादों के बहिष्कार से HUL को 10 करोड़ रुपए का घाटा होने वाला कोई ट्वीट नहीं मिला।
इसके साथ ही, टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली।
हमें वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट और टाइम्स ऑफ इंडिया के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट के स्क्रीनशॉट में असमानताएं दिखीं। दोनों स्क्रीनशॉट में टेक्स्ट के अलाइनमेंट में फर्क देखें-
आपको बता दें कि हमें किसी अन्य मीडिया रिपोर्ट में भी बहिष्कार के कारण HUL को भारी नुकसान होने वाली खबर नहीं मिली।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि सर्फ एक्सेल के विज्ञापन के विरोध में उत्पादों के बहिष्कार से HUL को 10 करोड़ का घाटा वाला टाइम्स ऑफ इंडिया का वायरल ट्वीट फेक है।
अब सर्फ एक्सेल का वह विज्ञापन भी देख लीजिए जिस पर बवाल हो रहा है-
आपको बता दें कि सर्फ एक्सेल के विज्ञापन के अलावा HUL को अपनी चाय पत्ती रेड लेबल टी के एक विज्ञापन के कारण भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। विज्ञापन में बताया गया था कि कुंभ एक ऐसी जगह है जहां पर बुज़ुर्गों को छोड़ दिया जाता है।