दुनियाभर के लोग कोरोना वायरस संकट से जूझ रहे हैं। पूरी दुनिया में अबतक 7.5 मिलियन कोरोना के मामले दर्ज हो चुके हैं, वहीं भारत अब दुनिया का चौथा सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है। जब से कोरोना का कोहराम मचा है, तब से दुनिया में 100 साल पहले फैले स्पेनिश फ्लू की चर्चा शुरू हो गई। ये फ्लू कोरोना की तरह ही था, जो एक से दूसरे में फैल रहा था। इसमें भी लोगों को मुंह पर मास्क लगाना जरुरी हो गया था। 1918-20 के स्पेनिश फ्लू के दौरान की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। ऐसे ही कुछ तस्वीरों में महिलाओं ने अजीबो-गरीब मास्क लगाए गए हैं। दावा है कि ये तस्वीरें स्पेनिश फ्लू महामारी के दौरान खींची गई थीं।
क्या है वायरल-
गुल जैदी नामक ट्विटर यूजर ने यह तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘100 साल पहले की स्पेनिश फ्लू महामारी (1918-1920) की झलकियां। हम फिर से उसी जगह पर खड़े हैं। इतिहास अपने आप को दोहराता है।’
क्या है सच-
चारों वायरल तस्वीरों का स्पेनिश फ्लू महामारी से कोई लेना-देना नहीं है। आइए जानते हैं कि ये तस्वीरें कब की हैं...
पहली तस्वीर-
कमर तक प्लास्टिक कवर पहनी दो महिलाओं की यह तस्वीर 1953 में अमेरिका के फिलाडेल्फिया में खींची गई थी। यह तस्वीर
एसोसिएटेड प्रेस की फोटो गैलरी में मिली। इसके कैप्शन में लिखा गया है, ‘20 नवंबर, 1953 को स्मॉग और धुएं के प्रभावों से आंखों को बचाने के लिए मेरिल बुश और रुथ न्यूर ने युद्ध में बचे गैस कैप का इस्तेमाल किया।’
दूसरी तस्वीर-
कोन के आकार का पारदर्शी फेस मास्क पहनी दो महिलाओं की यह तस्वीर 1939 में कनाडा के मॉन्ट्रियल शहर में क्लिक की गई थी। यह तस्वीर ‘
flickr’ में है। फोटो के विवरण में बताया गया है कि बर्फीले तूफान से बचने के लिए महिलाओं ने प्लास्टिक फेस प्रोटेक्टर पहन रखा था।
तीसरी तस्वीर-
चेहरे पर स्कार्फ जैसा मास्क पहने दो महिलाओं की यह तस्वीर 1913 में क्लिक की गई थी। यह तस्वीर “
alamy” के स्टॉक में है। फोटो के विवरण में लिखा गया है, ‘1913 में महिलाओं का फैशन। तुर्की के नोज वेल पर आधारित वेल का फैशन।’
चौथी तस्वीर-
गैस मास्क में बच्चे की प्रैम को धकेलती दो महिलाओं की यह तस्वीर 1941 में ली गई थी। यह तस्वीर “
Getty Images ” फोटो स्टॉक में है। इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, ‘9 जून, 1941: किंग्स्टन में एक सरप्राइज गैस टेस्ट के दौरान अपने बच्चे के प्रैम के साथ, गैस मास्क लगाए हुए एक मां।’