कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी की ऐसी आंधी चली कि इसमें भाजपा के कई दिग्गज धराशायी हो गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के मंत्रियों और नेताओं के धुआंधार प्रचार के आगे ममता बनर्जी अकेली खड़ी रहीं।हालांकि उन्हें नंदीग्राम में अपने पूर्व सिपहसालार शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस सीट पर मतगणना विवादित रही और टीएमसी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग को की। ममता ने कहा कि वे कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगी।
4 में से 3 सांसद हारे : सबसे बड़ी हार बाबुल सुप्रियो की हुई है। कोलकाता की टॉलीगंज सीट से टीएमसी उम्मीदवार अरुप विश्वास के मुकाबले सुप्रियो 50,000 वोटों से हारे। हुगली से सांसद व पूर्व अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी को अभी अपने ही संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली चुंचुड़ा सीट से हार का सामना करना पड़ा। चटर्जी को टीएमसी उम्मीदवार ने 18,000 से ज्यादा मतों से हराया। हुगली की तारकेश्वर सीट से पूर्व राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता 7 हजार वोटों से हारे। भाजपा ने जिन सांसदों को टिकट दिया था, उसमें से सिर्फ सांसद जगन्नाथ सरकार, शांतिपुर सीट से जीत पाए हैं।