नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने रविवार को अपने फैसले में कहा कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान हमला नहीं हुआ था। आयोग ने कहा कि ममता पर हमले के कोई सबूत नहीं हैं। यह एक हादसा था।
चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय, विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे और विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक की रिपोर्ट को देखने के बाद यह फैसला दिया है।
उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी 10 मार्च को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान बुरी तरह घायल हो गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि 10 मार्च को जब वह चुनाव प्रचार कर रही थीं तब उन पर किसी ने हमला किया था।
इस घटना के बाद, चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय, विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे से शुक्रवार शाम तक रिपोर्ट मांगी थी।
इस बीच केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी ममता पर कथित हमले को लेकर कहा कि केवल पर्यवेक्षक ही नहीं बल्कि आम लोग भी ऐसा ही सोचते हैं कि यह एक नाटक है। ममता बनर्जी की पार्टी के लोग, पश्चिम बंगाल की जनता और पुलिस सबका यही मानना है।