खेजुरी (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वी मेदिनीपुर के प्रभावशाली अधिकारी परिवार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें इस बात का सुकून है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले 'मीर जाफर' (बागी) पार्टी से चले गए।
गौरतलब है कि जिले में मजबूत राजनीतिक पकड़ रखने वाले अधिकारी परिवार के अधिकतर सदस्य या तो भाजपा में शामिल हो गए हैं या फिर उन्होंने भगवा पार्टी में जाने की इच्छा जताई है। टीएमसी के पूर्व विधायक शुभेंदु अधिकारी पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं और नंदीग्राम सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। बनर्जी इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं।
टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने जिले के खेजुरी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा को 'सामंती जमींदारों की पार्टी' बताया और आरोप लगाया कि भगवा पार्टी पूरे देश को बेचने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रही है।
बनर्जी ने कहा, भगवान का शुक्र है कि मीर जाफर (बागी) (टीएमसी से) चले गए। अब जाकर मुझे सुकून मिला। इसने हमें (पार्टी को) बचा लिया। जब भी मैं नंदीग्राम, खेजुरी या कांठी आना चाहती थी तो वे मुझे रोक दिया करते थे। जैसे कि वे यहां के जमींदार हों। अब कोई मुझे यहां आने से नहीं रोक सकता।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने रेलवे, बीएसएनएल और बैंकों को 'बेचकर' देश की आम जनता के लाखों-करोड़ों रुपए चुरा लिए। टीएमसी प्रमुख ने कहा, भाजपा को नोटबंदी के धन, पीएम केयर्स फंड को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।उन्होंने मतदाताओं से मतदान करते समय सावधान रहने और दो बार अच्छी तरह ईवीएम की जांच करने का आग्रह किया।
बनर्जी ने पार्टी का मशहूर नारा 'खेला होबे' (खेल जारी है) लगाते हुए भाजपा को देश की सत्ता से बाहर भगाने की अपील की। उन्होंने कहा, खेल इस तरह से खेलिए कि भाजपा देश से बाहर हो जाए।(भाषा)