नंदीग्राम (पश्चिम बंगाल)। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार सुबह नंदीग्राम में उस स्थल का दौरा किया, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कथित रूप से हमला किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिला मजिस्ट्रेट विभू गोयल, पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश और अन्य अधिकारियों ने घटना की जांच करने के लिए बिरुलिया बाजार इलाके का दौरा किया।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों से बात की और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना के समय क्या हुआ था? जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि हम घटना के दौरान वहां मौजूद रहे लोगों से बातचीत कर रहे हैं। हमें अभी तक उस घटना की कोई स्पष्ट फुटेज नहीं मिल पाई है।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग लोग घटना के बारे में अलग-अलग बातें बता रहे हैं। हम उस समय मौजूद लोगों की बात सुनने की कोशिश कर रहे हैं और इसके बाद हम निर्वाचन आयोग को अपनी रिपोर्ट भेजेंगे। सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन दिन के उत्तरार्ध में निर्वाचन आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कोई ऐसा व्यक्ति है जिसने उस समय अपने मोबाइल फोन से घटना को रिकॉर्ड किया हो।
बनर्जी पर इस कथित हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया हैं। तृणमूल समर्थकों का आरोप है कि यह हमला पूर्व नियोजित षड्यंत्र था जबकि भाजपा कार्यकर्ता इसे झूठ बता रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान 4-5 लोगों ने उन्हें धक्का दिया जिसके कारण वे जमीन पर गिर गईं और उनका बायां पैर, कमर, कंधा और गर्दन चोटिल हो गई। इस कथित घटना के तत्काल बाद निर्वाचन आएाग ने मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय से इस मामले में रिपोर्ट मांगी।
सीईओ (मुख्य निर्वाचन अधिकारी) कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नई दिल्ली स्थिति ईसी (चुनाव आयोग) को बुधवार रात प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी गई। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गुरुवार सुबह तक इस मामले में कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई। मुख्यमंत्री का इस समय शहर के एसएसकेएम अस्पताल में उपचार चल रहा है। (भाषा)