कोई कर रहा है आपका पीछा, डर रही हैं, इस खतरें को भापें और इस तरह रहें सुरक्षित
आपको लगता है कि कोई आपके पीछे है। किसी को आपके आने जाने की खबर है। कहीं भी जाती हैं ये आदमी हर बार नजर आता है। आपको आने लगे हैं ब्लैंक कॉल, भद्दे मैसेज और घटिया बातों से भरे फोन। आपकी स्टॉकिंग हो रही है। सरल भाषा में आपका पीछा किया जा रहा है। आपको बेहद सावधानी और समझदारी की जरूरत है क्योंकि खतरा हर वक्त आप पर मंडरा रहा है।
कौन होते हैं स्टॉकर
ये आदमी अपराधी भी हो सकता है। सनकी भी हो सकता है। मानसिक बीमार भी हो सकता है। यह स्टॉकर है। विशेषज्ञों के मुताबिक ये साइकोलॉजिकल डिसआर्डर से पीड़ित हो सकते हैं। कुछ हो जाने के बाद उसे जेल हो भी गई तो क्या फायदा। आप अपनी सुरक्षा के उपाय जानें।
किसके पीछे लगते हैं स्टॉकर
कभी नकाब में तो कभी खुलेआम, कभी वाहन पर तो कभी पैदल ही ये किसी का पीछा कर सकते हैं। अक्सर शहरों आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले ये लोग स्कूल-कॉलेज की लड़कियों को अपना शिकार बनाते हैं। उनका मकसद लड़कियों के प्रति सैक्सुअल अपराध को अंजाम देना है। खासतौर पर बड़े शहरों में इस तरह के अपराध अधिक होते हैं।
क्यों स्टॉकिंग को माना गया है मनोरोग
मानव स्वभाव के जानकार डॉक्टर स्टॉकिंग को एक मानसिक बीमारी के तौर पर देखते हैं। यह अधिक बढ़ने पर सनक या पागलपन का रूप ले लेती है। किसी लड़की के कॉलेज या स्कूल पहुंच जाना, हर वक्त पीछा या उसके करीब रहने की कोशिशों को लगातार अंजाम दिया जाता है। कुछ स्टॉकर्स सीजोफ्रेनिया या मीनिया जैसे साइकोलॉजिकल डिसआर्डर से ग्रस्त हो सकते हैं। दिन में सपने देखना इनकी आदत है। जिसे पसंद करते हैं उसे नुकसान पहुंचाकर इन्हें मजा आता है।
कैसे करें अपनी सुरक्षा
1. हिम्मत और चालाकी दिखाएं। बहस न करें और किसी तरह बातों में उलझाकर इनके पास से निकलने की कोशिश करें।
2. अगर स्टॉकिंग का भरोसा है तो पुलिस और परिवार को बताने में एक क्षण की भी देरी न करें।
3. अगर कोई अंदेशा है तो मोबाइल साथ में रखें। किससे मदद लेनी है पहले से ही तय कर लें। जरूरी नंबर मोबाइल में जरूर सेव रखें।
4. अकेले में सड़क पर खुद में न खोई रहें। अपने आसपास के लोगों को लेकर चौकन्नी रहें।
5. अगर स्टॉकर को पहचान लिया है और वह लगातार पीछा कर रहा है तो अजनबियों से भी मदद लें।
किससे मांगें मदद
महिलाओं की सुरक्षा के लिए खास नंबर
पीड़ित महिलाएं या युवतियां 181 नंबर पर कॉल कर सकती है। तुरंत मदद मिलेगी। स्टॉकर का मकसद जाने बिना उस पर कार्रवाई करना नामुमकिन है। उसकी हरकतों का पूरा ब्यौरा ध्यान रखें। आपसे पूछा जाएगा। यूं ही किसी को स्टॉकर करार नहीं दिया जा सकता।
कौन सी एप हैं विश्वसनीय
स्मार्टफोन लेकर चलती हैं तो स्मार्ट बनिए भी। अपने मोबाइल में इन एप को जरूर जगह दें ताकि समय पर तुरंत मदद आपके पास पहुंच सके।
1. Nirbhaya: Be Fearless (निर्भया एप) : इसमें एक जीपीएस सिस्टम है। इसके इस्तेमाल से दोस्तों और परिवार को अपनी जगह की जानकारी दी जा सकती है।
2. Feel Safe (फील सेफ) : इस एप के तहत आपको जिन लोगों से मदद की उम्मीद है उनकी इमरजेंसी कॉंटेक्ट लिस्ट तैयार करनी होती है। जैसे ही आप मदद के लिए इस एप का इस्तेमाल करती हैं, इन इमरजेंसी नंबरों को एक मैसेज और कॉल पहुंच जाता है। जो भी मददगार आपका यह कॉल रिसीव करता है, एप तुरंत ही इसकी जानकारी आपको दे देता है।
3. Women Security (वीमेन सीक्योरिटी) : इस एप की सबसे खास बात यह है कि यह बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम करता है। इसमें 45 सेंकड के वॉइस मैसेज रिकॉर्ड कर मददगार को भेजे जाते हैं।