टी-20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम अभी से तैयारियों में जुट गई है। जून में होने वाले टी-20 विश्वकप के लिए टीम इंडिया ने इस साल के शुरुआत से ही काम शुरु कर दिया था। रोहित शर्मा और विराट कोहली इस प्रारुप के दो सबसे सफल बल्लेबाज है लेकिन पिछले साल जब भारत टी-20 विश्वकप 2022 हारी तो टीम प्रबंधन ने उनको इस प्रारुप से दूर रखा।
टीम प्रबंधन ने साल के शुरुआत से युवा चेहरों को तरजीह दी और अब उसके नतीजे भी देखने को मिल रहे है। यंगिस्तान का जलवा कुछ ऐसा रहा है कि इस प्रारुप में भारत ने सर्वाधिक जीत अर्जित की है। 14 जीतों के साथ भारत इस साल शीर्ष पर रहा।यही कारण है कि भारत इस प्रारुप में रैंकिंग के आधार पर नंबर 1 टीम बन चुका है।
भारत के बाद दूसरे स्थान पर बांग्लादेश और न्यूजीलैंड है जिसने 10 जीतें अर्जित की हैं। जिम्बाब्वे तीसरे स्थान पर हैं जिन्होंने 9 T20I मुकाबलों में जीत हासिल की है। इसके बाद वेस्टइंडीज की टीम ने 8 जीत अर्जित की जिसमें से 3 भारत के खिलाफ आई। चौथे नंबर पर अफगानिस्तान है जिसने 7 मैचों में जीत दर्ज की है। ऑस्ट्रेलिया को इस साल सिर्फ 4 मैचों में ही जीत का स्वाद मिल सका। ऐसा ही कुछ हाल पाकिस्तान और इंग्लैंड का भी रहा जिसे सिर्फ 4 मैचों में ही जीत मिली।
वहीं दक्षिण अफ्रीका सिर्फ 2 ही मैच जीत पाई। श्रीलंका के हाल सबसे बुरे रहे वह साल भर सिर्फ 1 ही टी-20 मैच जीत पाई और यह जीत सिर्फ भारत के खिलाफ आई।
ऐसा रहा साल भर का सफर
भारत के नए टी-20 कप्तान हार्दिक पांड्या ने साल के पहले मैच में श्रीलंका के खिलाफ कप्तानी की और भारत यह मैच रोमांचक तरीके से 2 रनों से जीता था। दूसरे मैच में भारत को 16 रनों से हार मिली। इसके बाद तीसरे मैच को 91 रनों से जीतकर भारत ने 2-1 से यह घरेलू सीरीज अपने कब्जे में कर ली।
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को पहले ही मैच में 21 रनों से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इसके बाद हुए दोनों मैचों में भारत ने 6 विकेट और फिर 168 रनों की जीत से 2-1 से यह सीरीज अपने नाम कर ली।
कैरिबियाई दौरे पर भारतीय टीम को सबसे ज्यादा हार का सामना करना पड़ा। पहला मैच 4 रन और दूसरा मैच 2 विकेट से हारने के बाद टीम इंडिया तीसरे मैच में ही सीरीज गंवाने के मुंहाने पर खड़ी थी। लेकिन तीसरे और चौथे मैच में 7 और 9 विकेट की जीत से मामला बराबरी पर आया। हालांकि पांचवे टी-20 में वेस्टइंडीज ने 8 विकेट से ना केवल मैच जीता बल्कि 6 साल बाद भारत से टी-20 सीरीज भी जीती।
आयरलैंड के खिलाफ जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी की। पहला वर्षा बाधित मैच भारत 2 रनों से डकवर्थ लुईस पद्धति से जीता और दूसरे में उसे 33 रनों से जीत मिली। यह सीरीज भारत 2-0 से जीता।
चीन में खेले गए एशियाई खेलों में भारत ने ऋतुराज गायकवाड़ की अगुवाई में दूसरे कतार की टीम भेजी। भारत ने नेपाल को क्वार्टरफाइल मैच में 23 रनों से हराया। इसके बाद सेमीफाइनल मैच में बांग्लादेश को 9 विकेट से रौंदा। अफगानिस्तान के खिलाफ फाइनल बारिश से धुल गया लेकिन रैंकिंग के लिहाज से भारत को गोल्ड मेडल मिला।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक 4 जीत हाल ही में संपन्न घरेलू टी-20 सीरीज में अर्जित की। हार्दिक पांड्या इस सीरीज से पहले चोटिल हो गए थे और इस सीरीज में सूर्यकुमार यादव ने कप्तानी की थी।ऑस्ट्रेलिया मैक्सवेल के शतक की बदौलत सिर्फ 1 मैच जीत पाया।दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1 मैच बारिश से धुल गया ।
दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को वर्षा बाधित मैच में 5 विकेट से मात दी। हालांकि भारत ने तीसरे मैच में मेजबान को 106 रनों से हराकर ना केवल हिसाब चुकता किया बल्कि साल का अंत शानदार तरीके से किया। साथ ही टी-20 विश्वकप के लिए आत्मविश्वास भी मजबूत किया।