साल 2024 मध्यप्रदेश में काफी गहमागहमी भरा साल रहा है। राजनीति से लेकर अपराध तक और भ्रष्टाचार के कई ऐसे मामले सामने आए है जिसने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों बटोरी। साल 2024 में कई ऐसी घटनाएं जिनकी गूंज 2025 में सुनाई देगी।
लोककसभा चुनाव में भाजपा का क्लीन स्वीप-मार्च-अप्रैल में हुए लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में भाजपा ने सभी 29 सीटें जीतकर नया इतिहास रच दिया है। प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में यह पहला मौका था जब भाजपा ने सभी 29 सीटों पर जीत हासि की। लोकसभा चुनाव में सबकी निगाहें कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा पर टिकी थी जिसमें भाजपा ने सेंध लगाते हुए पहली बार जीत हासिल की। 50 सालों से कमलनाथ का किला रही छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से उनके बेटे नकुलनाथ को भाजपा के बंटी साहू ने हरा दिया। छिंदवाड़ा में भाजपा की जीत राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही है।
वहीं लोकसभा चुनाव में इंदौर और खजुराहो लोकसभा सीट भी खूब चर्चा में रही है। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापसी के आखिरी दिन अपना पर्चा ही वापस ले लेने के साथ भाजपा में शामिल हो गए। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार का मैदान से हटाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका रही। वहीं खजुराहो लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के तहत सपा उम्मीदवार का नामांकन पत्र खारिज होना भी खूब सुर्खियों मे रहा और खजुराहो से भाजपा उम्मीदवार और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने कोई चुनौती ही नहीं रही। ये दोनों घटनाएं देश की राजनीति में अनोखी घटनाएं थी और उन्हें खूब सुर्खियां बटोरी। वहीं लोकसभा चुनाव में विदिशा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की रिकॉर्ड जीत भी खूब सुर्खियां में रही।
विजयपुर उपचुनाव में कैबिनेट मंत्री की हार- साल 2024 में श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मोहन सरकार के कैबिनेट मंत्री रामनिवास रावत की हार भी खूब चर्चा में रही। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले रामनिवास रावत को उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा ने हरा दिया। विजयपुर उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद भाजपा में अंदरूनी खींचतान भी खुलकर सामने आ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के विजयपुर उपचुनाव में चुनाव प्रचार नहीं करने और बाद में सिंधिया के उपचुनाव में चुनाव प्रचार में नहीं बुलाए जाने के बयान ने भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी को सबके सामने ला दिया। सिंधिया को लेकर जिस तरह प्रदेश भाजपा के नेताओं ने बयानबाजी की उससे साफ हो गया कि ग्वालियर-चंबल में भाजपा में सबकुछ ठीकठाक नहीं है।
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के बागी तेवर, भाजपा की गुटबाजी-साल 2024 में भाजपा के बड़े नेताओं की नाराजगी भी खूब सुर्खियों में रही। सागर से आने वाले भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के बागी तेवर खूब चर्चा में है। कांग्रेस से भाजपा में आए और वर्तमान में मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और भूपेंद्र सिंह की आपसी खींचतान खुलकर सामने आ गई। साल के आखिर आते-आते हालात इतने बिगड गए है कि भूपेंद्र सिंह ने सीधे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को ही निशाने पर ले लिया। साल के आखिरी में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के भूपेंद्र सिंह ने खुद की सरकार को खूब घेरा। भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा सत्र में आरटीओ टैक्स वसूली का भी मुद्दा उठाते हुए अपनी सरकार निशाना साधते हुए कई बड़े आरोप लगा दिए।
बीना विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता पर खींचतान- विजयपुर उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद बीना विधानसभा से विधायक निर्मला सप्रे अचानक से सुर्खियों में आ गई है। दरअसल लोकसभा चुनाव में निर्मला सप्रे कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थी लेकिन उन्होंने अब तक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि बीना से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनी गई निर्मला सप्रे भाजपा में हैं या कांग्रेस में। दरअसल बीना को जिला बनाने के वादे के साथ भाजपा में शामिल होने वाली निर्मला सप्रे को भाजपा ने तगड़ा झटका दिया और बीना को जिला बनाने का ऐलान नहीं किया। ऐसे में अब निर्मला सप्रे की विधानसभा सदस्यता खत्म करने को लेकर कांग्रेस हाईकोर्ट पहुंच गई है।
RTO के पूर्व कॉस्टेबल सौरभ शर्मा की अकूत संपत्ति- साल 2024 के आखिरी महीने में भोपाल में आरटीओ के पूर्व कॉस्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकाने पर पहले लोकायुक्त और फिर ईडी के छापे में मिली अकूत काली कमाई ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी। जांच एजेंसियों की अब तक की कार्रवाई में सौरभ शर्मा के ठिकानों से 100 करोड़ की संपत्ति बरामद मिली, जिसके 2025 में और बढ़ने की संभावना है। सौरभ शर्मा के ठिकानों पर कार्रवाई के दौरान भोपाल में मेंडोर के जंगल में 52 किलो सोने और 10 करोड़ नगद से भरी इनोवा कार की बरामदगी राष्ट्रीय स्तर पर खूब सुर्खियों में रही। वहीं सौरभ शर्मा के सिसायी कनेक्शन ने प्रदेश की राजनीति को गर्मा दिया है। कांग्रेस ने तो सौरभ शर्मा की हत्या की आंशका भी व्यक्त कर दी है।
अपराध की घटनाओं ने प्रदेश को किया शर्मसार-2024 में मध्यप्रदेश में अपराध कई जघन्य घटनाओं ने प्रदेश को शर्मशार ने कर दिया। प्रदेश की धर्मनगरी उज्जैन में महिला से दिनदहाड़े दरिंदगी ने इंसानियत को शर्मशार कर दिया। उज्जैन के कोतवाली थाना क्षेत्र में आरोपी ने शहर के कोयला फाटक चौराहे के फुटपाथ पर महिला के साथ दुष्कर्म किया और लोग इसका वीडियो बनाते रहे। वहीं राजधानी भोपाल में सितंबर महीने में 5 साल की मासूम से उसके पड़ोसी की दंरिंदगी और हत्या की खबर ने सभी को झकझोर दिया। वहीं रीवा में पति के साथ पिकनिक मनाने गई महिला से सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने प्रदेश में महिलओं की सुरक्षा पर सवाल उठा दिए।
राजधानी में भोपाल में एक एसआई ने अपनी पत्नी और साली की बेरहमी से दिनहहाडे हत्या कर दी। शहडोल में पदस्थ आरोपी एसआई का अपनी पत्नी से लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था, जिसके चलते पत्नी भोपाल में अपनी बहन के साथ रह रही थी। आरोपी एसआई ने घर में घुस कर पहले पत्नी और फिर साली को चाकू से गोंदकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं जबलपुर में 15 मार्च को एक बेटी ने अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिल कर अपने पिता और आठ साल के छोटे भाई का बेहरमी से क़त्ल कर दिया। ब्वॉयफ्रेंड से नहीं मिलने देने और पिता की पिटाई से नाराज होकर बेटी ने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर पिता और छोटे बाई की हत्या कर दी। वहीं हत्या के दो महीने तक फरार रहले के पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट-साल 2024 की शुरुआत में ही मध्यप्रदेश के हरदा जिले से पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना में एक दर्जन के करीब लोगों की मौत ने सभी को झकझोर दिया। ब्लास्ट की घटना की भयावह तस्वीरें देख सबकी रूह कांप गई। जिसमें लोगों की चीथड़े उड़ते देखे जा सकता था। ब्लास्ट से आसपास के 60 से ज्यादा घरों में आग लग गई। फैक्ट्री के आसपास सड़क पर शवों का ढेर लग गया और सैकडो की संख्या में कई लोग घायल हुए।