भतीजी को खिला रही थी, फाँसी पर झूल गई

Webdunia
शनिवार, 18 फ़रवरी 2012 (15:03 IST)
राऊ क्षेत्र में एक युवती ने अपने घर में फाँसी लगा लगाकर जान दे दी। बाहर कपड़े धो रही भाभी समझी कि ननद मासूम भतीजी को कमरे में खिला रही है, लेकिन बच्ची के रोने की आवाज सुनकर जब वह कमरे में पहुँची तो होश उड़ गए। फाँसी पर लटकी ननद रोशनी के जीवन की रोशनी बुझ चुकी थी।


राजेंद्र नगर पुलिस के अनुसार शुक्रवार को घटना राऊ स्थित बृजविहार कॉलोनी में हुईा। मृतका का नाम रोशनी पिता शिवनारायण कौशल है। रोशनी के पिता वेल्डिंग व्यवसायी हैं व राजस्थान में हैं। भाई पंकज भी वेल्डर है। परिवार में माँ नंदनी व बड़ी बहन ज्योति है। घटना के समय रोशनी का भाई पंकज रंगवासा निवासी बहन से मिलने गया था। भाभी कृष्णा कपड़े धोने चली गई थी, जबकि रोशनी मकान की ऊपरी मंजिल पर कमरे में मासूम भतीजी (6 माह) को खिला रही थी।


बच्ची के रोने की आवाज आई

परिजन के अनुसार कृष्णा को जब बच्ची के लगातार रोने की आवाज आई तो वह ऊपर पहुँची। कमरे का दरवाजा बंद मिला। पड़ोसियों ने छत की चद्दर हटाकर झाँका तो स्तब्ध रह गए। मासूम भतीजी बिस्तर पर बिलख रही थी और बुआ रोशनी फंदे पर झूल रही थी। घटना की सूचना मिलने पर भाई पंकज, मामा सुरेश व अन्य परिजन बदहवास होकर वहाँ पहुँचे। पुलिस भी पहुँच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस के अनुसार आत्महत्या के कारण की जाँच की जा रही है। प्रारंभिक रूप से परिजन ने पुलिस को बताया कि रोशनी कुछ दिनों से मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। कुछ समय पहले बीए की पढ़ाई उसने छोड़ दी थी।


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