वर्ष 2011 को ऐसे बयानों के लिए भी याद रखा जाएगा, जिनके बाद विवाद भड़के और जिनकी परिणति माफी के रूप में हुई। एक तरफ जहां तस्लीमा नसरीन ने मुस्लिम महिलाओं को 72 कुंवारे मर्दों के साथ सेक्स करने सलाह दी, वहीं राहुल गांधी ने यूपी लोगों को 'भिखारी' कह डाला। दूसरी ओर शरद पवार को पड़े थप्पड़ पर अन्ना का बयान सुर्खियां बना तो दिग्विजय ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि रामदेव को गले में पत्थर बांधकर डुबा देना चाहिए ।
72 मर्दों के साथ सेक्स करें मुस्लिम महिलाएं : लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट करते हुए कहा था कि मुस्लिम महिलाएं धरती पर 72 कुंवारे पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बना सकती हैं, क्योंकि जन्नत में उन्हें यह नसीब नहीं होगा। तसलीमा के ट्वीट की देश भर में निंदा हुई और उनके खिलाफ कई फतवे भी जारी किए गए।
कब तक भीख मांगेंगे यूपी वाले : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तरप्रदेश में पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के युवाओ...तुम कब तक महाराष्ट्र में जाकर भीख मांगोगे? कब तक पंजाब में जाकर मजदूरी करोगे? राहुल के इस बयान के बाद जहां कांग्रेस बचाव की मुद्रा में दिखाई दी वहीं विरोधी दलों ने राहुल और कांग्रेस पर जमकर जुबानी तीर चलाए। शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने तो उन्हें तो यहां तक कह डाला कि राहुल लल्लू है।
कश्मीर पर हो जनमत संग्रह : टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य और वकील प्रशांत भूषण की कश्मीर को लेकर की गई एक विवादास्पद टिप्पणी पर देश में हंगामा मच गया। उन्होंने कहा कि कश्मीर का भविष्य तय करने के लिए वहां जनमत संग्रह कराया जाना चाहिए। प्रशांत के इस बयान से नाराज होकर भगतसिंह क्रांति सेना नामक संगठन के तीन लोगों ने उनके चैंबर में घुसकर उनकी पिटाई कर दी।
एक ही थप्पड़ मारा : कृषिमंत्री शरद पवार पर सरेआम हमले को लेकर जहां सभी दुख व्यक्त कर रहे थे। ऐसे में अन्ना हजारे के बयान ने सभी को चौंका दिया। अन्ना हजारे को जब इस बात की सूचना मिली कि शरद पवार को किसी युवक ने थप्पड़ मारा है तो इस पर अन्ना हजारे ने कहा कि 'बस एक ही थप्पड़ मारा? अन्ना ने जैसे ही यह बयान दिया मानो सियासी भूचाल आ गया।
कांबली को मैच फिक्सिंग का शक : आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के पूर्व प्रमुख पॉल कोंडन ने बयान दिया कि 90 के दशक और उसके बाद के वर्षों में क्रिकेट के प्रमुख देश बड़े मैचों को फिक्स करते थे। कोंडन के इस बयान पर कांबली ने लगभग रोते हुए टिप्पणी की थी कि उन्हें तत्कालीन कप्तान अजहरुद्दीन के टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने के फैसले पर संदेह है, जबकि टीम में सर्वसम्मति से यह फैसला किया जा चुका था कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की जाएगी। कांबली के इस बयान ने क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी।
भ्रष्टाचारी गद्दाफी के प्रतिरूप : योग गुरु बाबा रामदेव ने 15 नवंबर को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि गद्दाफी भ्रष्टाचार का प्रतीक है। जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया है और इस देश भारत को लूटा है, वे गद्दाफी के चरित्र के प्रतिरूप हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों का हश्र गद्दाफी जैसा होना चाहिए।
दिग्विजय राहुल की स्टेपनी : भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने 22 जून को कांग्रेस महासचिव दिग्विजयसिंह पर हमला करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में दिग्विजय की कोई भूमिका नहीं है। वे केवल कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की स्टेपनी हैं।
पागल हाथी हैं अन्ना : गांधीवादी अन्ना हजारे की टीम के प्रमुख सदस्य रहे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश की बातचीत के एक वीडियो से नया विवाद पैदा हो गया था, जिसमें उन्होंने अन्ना की तुलना पागल हाथी से कर दी। इस वीडियो में अग्निवेश ने कहा कि अगर संसद द्वारा अपील करने के बाद भी हजारे अपना अनशन नहीं तोड़ते हैं जो यह सही नहीं है। इसमें कहा गया है कि हमें (अग्निवेश को) शर्म महसूस हो रही है कि सरकार इतनी कमजोर है।
भ्रष्ट हैं अन्ना हजारे : अन्ना हजारे द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखने पर नाराज कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने 14 अगस्त को अन्ना हजारे पर जमकर हमला बोला और उन्हें भ्रष्ट तक कह डाला। कांग्रेस प्रवक्ता ने 2005 में बने जस्टिस सावंत आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अन्ना के लोगों पर फिरौती, ब्लैकमेलिंग, जबरन वसूली, गुंडागर्दी और दूसरों की संपत्ति पर कब्जा करने के आरोप हैं। हालांकि बाद में मनीष तिवारी को इस बयान के लिए अन्ना से माफी मांगनी पड़ी।
ठग है बाबा रामदेव : कांग्रेस महासचिव दिग्विजयसिंह ने बाबा रामदेव पर सबसे तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बाबा रामदेव जैसे संतों को गले में पत्थर बांध कर डुबा देना चाहिए। सिंह ने कहा कि मैं फिर दोहरा रहा हूं कि बाबा रामदेव ठग है, ठग था और ठग ही रहेगा। व्यवसाय करना स्वामियों का काम नहीं होता है। जिसने सब मोह त्याग दिए उसका व्यवसाय से क्या मतलब?
अनपढ़ और गंवार है सांसद : रामलीला मैदान में अनशत कर रहे अन्ना हजारे के मंच से अभिनेता ओमपुरी ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि संसद में आधे सांसद गंवार और अनपढ़ हैं। उन्होंने सांसदों को नालायक तक कह डाला। बाद में उन्होंने इस बयान के लिए माफी भी मांग ली।
सोनिया की तुलना हिटलर से : भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कोलकाता में कहा था- सोनिया गांधी जर्मनी के पूर्व तानाशाह हिटलर की प्रतीक बनी गई हैं। उनका भ्रष्टाचार को लेकर दिया गया बयान ऐसा लगता है, जैसे पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात करता है। केंद्र सरकार की नजर में दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में अहिंसात्मक आंदोलन करना, भ्रष्टाचार की बात करना गुनाह है। (वेबदुनिया)