श्री शिव स्तोत्र अष्टोत्तर शतनामावली | Shiva Stotra Ashtottara Shatanamavali

WD Feature Desk
मंगलवार, 27 फ़रवरी 2024 (14:37 IST)
Shiva ashtottara shatanamavali in hindi| भगवान शिव पर रुद्रा संहिता, शिव तांडव स्त्रोत, शिव स्तुति, शिव चालीसा आदि कई कई स्त्रोत, अष्टक, नामावली, चालीसा आरती आदि लिखे गए हैं। श्री शिव अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् और शिव स्त्रोत अष्टोत्तर शतनामावली दोनों अलग अलग है। महाशिवरात्रि या शिवरात्रि पर शतनामावली का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
 
 
श्री शिव स्त्रोत अष्टोत्तर शतनामावली | Shiva Stotra Ashtottara Shatanamavali
 
ॐ शिवाय नमः ।
ॐ महॆश्वराय नमः ।
ॐ शंभवॆ नमः ।
ॐ पिनाकिनॆ नमः ।
ॐ शशिशॆखराय नमः ।
 
ॐ वामदॆवाय नमः ।
ॐ विरूपाक्षाय नमः ।
ॐ कपर्दिनॆ नमः ।
ॐ नीललॊहिताय नमः ।
ॐ शंकराय नमः ॥ १० ॥
 
ॐ शूलपाणयॆ नमः ।
ॐ खट्वांगिनॆ नमः ।
ॐ विष्णुवल्लभाय नमः ।
ॐ शिपिविष्टाय नमः।
ॐ अंबिकानाथाय नमः।
ॐ श्रीकंठाय नमः ।
ॐ भक्तवत्सलाय नमः।
ॐ भवाय नमः ।
ॐ शर्वाय नमः ।
ॐ त्रिलॊकॆशाय नमः ॥ २० ॥
 
ॐ शितिकंठाय नमः ।
ॐ शिवप्रियाय नमः ।
ॐ उग्राय नमः ।
ॐ कपालिनॆ नमः ।
ॐ कौमारयॆ नमः ।
ॐ अंधकासुरसूदनाय नमः ।
ॐ गंगाधराय नमः ।
ॐ ललाटाक्षाय नमः ।
ॐ कालकालाय नमः ।
ॐ कृपानिधयॆ नमः ॥ ३० ॥
 
ॐ भीमाय नमः ।
ॐ परशुहस्ताय नमः ।
ॐ मृगपाणयॆ नमः ।
ॐ जटाधराय नमः ।
ॐ कैलासवासिनॆ नमः ।
ॐ कवचिनॆ नमः ।
ॐ कठॊराय नमः ।
ॐ त्रिपुरांतकाय नमः ।
ॐ वृषांकाय नमः ।
ॐ वृषभरूढाय नमः ॥ ४० ॥
 
ॐ भस्मॊद्धूळित विग्रहाय नमः ।
ॐ सामप्रियाय नमः ।
ॐ स्वरमयाय नमः ।
ॐ त्रयीमूर्तयॆ नमः ।
ॐ अनीश्वराय नमः ।
ॐ सर्वज्ञाय नमः ।
ॐ परमात्मनॆ नमः ।
ॐ सॊमसूर्याग्निलॊचनाय नमः ।
ॐ हविषॆ नमः ।
ॐ यज्ञमयाय नमः ॥ ५० ॥
 
ॐ सॊमाय नमः ।
ॐ पंचवक्त्राय नमः ।
ॐ सदाशिवाय नमः ।
ॐ विश्वॆश्वराय नमः ।
ॐ वीरभद्राय नमः ।
ॐ गणनाथाय नमः ।
ॐ प्रजापतयॆ नमः ।
ॐ हिरण्यरॆतसॆ नमः ।
ॐ दुर्धर्षाय नमः ।
ॐ गिरीशाय नमः ॥ ६० ॥
 
ॐ गिरिशाय नमः ।
ॐ अनघाय नमः ।
ॐ भुजंगभूषणाय नमः ।
ॐ भर्गाय नमः ।
ॐ गिरिधन्वनॆ नमः ।
ॐ गिरिप्रियाय नमः ।
ॐ कृत्तिवाससॆ नमः ।
ॐ पुरारातयॆ नमः ।
ॐ भगवतॆ नमः ।
ॐ प्रमथाधिपाय नमः ॥ ७० ॥
 
ॐ मृत्युंजयाय नमः ।
ॐ सूक्ष्मतनवॆ नमः ।
ॐ जगद्व्यापिनॆ नमः ।
ॐ जगद्गुरवॆ नमः ।
ॐ व्यॊमकॆशाय नमः ।
ॐ महासॆनजनकाय नमः ।
ॐ चारुविक्रमाय नमः ।
ॐ रुद्राय नमः ।
ॐ भूतपतयॆ नमः ।
ॐ स्थाणवॆ नमः ॥ ८० ॥
 
ॐ अहिर्बुध्न्याय नमः ।
ॐ दिगंबराय नमः ।
ॐ अष्टमूर्तयॆ नमः ।
ॐ अनॆकात्मनॆ नमः ।
ॐ सात्त्विकाय नमः ।
ॐ शुद्धविग्रहाय नमः ।
ॐ शाश्वताय नमः ।
ॐ खंडपरशवॆ नमः ।
ॐ अजाय नमः ।
ॐ पाशविमॊचकाय नमः ॥ ९० ॥
 
ॐ मृडाय नमः ।
ॐ पशुपतयॆ नमः ।
ॐ दॆवाय नमः ।
ॐ महादॆवाय नमः ।
ॐ अव्ययाय नमः ।
ॐ हरयॆ नमः ।
ॐ पूषदंतभिदॆ नमः ।
ॐ अव्यग्राय नमः ।
ॐ दक्षाध्वरहराय नमः ।
ॐ हराय नमः ॥ १०० ॥
 
ॐ भगनॆत्रभिदॆ नमः ।
ॐ अव्यक्ताय नमः ।
ॐ सहस्राक्षाय नमः ।
ॐ सहस्रपदॆ नमः ।
ॐ अपवर्गप्रदाय नमः ।
ॐ अनंताय नमः ।
ॐ तारकाय नमः ।
ॐ परमॆश्वराय नमः ॥ १०८ ॥
 
॥ इति श्री शिवाष्टोत्तर शतनामावली संपूर्णम ॥

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

झाड़ू से क्या है माता लक्ष्मी का कनेक्शन, सही तरीके से झाड़ू ना लगाने से आता है आर्थिक संकट

30 को या 31 अक्टूबर 2024 को, कब है नरक चतुर्दशी और रूप चौदस का पर्व?

बुध ग्रह का तुला राशि में उदय, 4 राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ समय

करवा चौथ पर राशि के अनुसार पहनें परिधान

Diwali muhurat 2024 : दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त और सामग्री सहित पूजा विधि

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 23 अक्टूबर का दिन क्या लेकर आया है सभी के लिए, पढ़ें अपना दैनिक राशिफल

नरक चतुर्दशी पर यम का दीपक दिलाता है अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति, जानिए नरक चतुर्दशी का महत्व

23 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

23 अक्टूबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Diwali 2024 : इस दिवाली तेल नहीं पानी के दीयों से करें घर को रोशन

अगला लेख