श्री गुरुनानक देवजी की आरती

Webdunia

गगन में थालु रवि चंदु दीपक।

बने तारिका मण्डल जनक मोती।।

धूपमल आनलो पवणु चवरो करे।

सगल बनराई फूलंत जोति ।।

कैसी आरती होई भवखंडना तेरी आरती।

अनहता सबद बाजंत भेरी रहाउ।।

सहस तव नैन नन नैन है ‍तोहि कउ।

सहस मू‍रती मना एक तोही।।

सहस पद विमल रंग एक पद गंध बिनु।

सहस तव गंध इव चलत मोहि ।।

सभमहि जोति-जो‍ति है सोई,

तिसकै चानणि सभ महि चानणु होई।

गुरसाखी जोति परगुट होई।

जो तिसु भावै सु आरती होई ।।

हर‍ि चरण कमल मकरंद लोभित मनो,

अ‍नदिनी मोहि आहि पिआसा।

कृपा जलु देहि नानक सारिंग,

कउ होई जाते तेरे नामि वासा।।

Show comments

Vasumati Yog: कुंडली में है यदि वसुमति योग तो धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता

Parshuram jayanti 2024 : भगवान परशुराम जयंती पर कैसे करें उनकी पूजा?

मांगलिक लड़की या लड़के का विवाह गैर मांगलिक से कैसे करें?

Parshuram jayanti 2024 : भगवान परशुराम का श्रीकृष्ण से क्या है कनेक्शन?

Akshaya-tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन क्या करते हैं?

Aaj Ka Rashifal: पारिवारिक सहयोग और सुख-शांति भरा रहेगा 08 मई का दिन, पढ़ें 12 राशियां

vaishkh amavasya 2024: वैशाख अमावस्या पर कर लें मात्र 3 उपाय, मां लक्ष्मी हो जाएंगी प्रसन्न

08 मई 2024 : आपका जन्मदिन

08 मई 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Akshaya tritiya : अक्षय तृतीया का है खास महत्व, जानें 6 महत्वपूर्ण बातें