बादशाह आगे-आगे थे, पीछे-पीछे उनकी विशाल फौज चली आ रही थी।
रास्ते में बादशाह को जिज्ञासा हुई और उन्होंने बीरबल से पूछा- क्या तुम बता सकते हो कि जंग में जीत किसकी होगी?
बीरबल ने बादशाह के प्रश्न का क्या दिया उत्तर...
हुजूर, इस सवाल का जवाब तो मैं जंग के बाद ही दूंगा। बीरबल ने कहा।
कुछ देर बाद फौज जंग के मैदान में पहुंच गई। वहां पहुंचकर बीरबल ने कहा- हुजूर, अब मैं आपके सवाल का जवाब देता हूं और जवाब यह है कि जीत आपकी ही होगी।
बादशाह के मन की शंका का बीरबल ने कैसे किया निवारण...
यह तुम अभी कैसे कह सकते हो, जबकि दुश्मन की फौज भी बहुत विशाल है। बादशाह ने शंका जाहिर की।
हुजूर, दुश्मन हाथी पर सवार हैं और हाथी तो सूंड से मिट्टी अपने ऊपर ही फेंकता है तथा अपनी ही मस्ती में रहता है, जबकि आप घोड़े पर सवार है और घोड़ों को तो गाजी मर्द कहा जाता है। घोड़ा आपको कभी धोखा नहीं देगा।’ बीरबल ने कहा।
उस जंग में जीत बादशाह अकबर की ही हुई।
( समाप्त)