बीरबल नदी किनारे बैठ कर उन दोनों के आने का इंतजार करने लगे। कपडे़ उन्होंने अपने कंधों पर रखे हुए थे।
बीरबल को इस अवस्था में खडे़ देख बादशाह अकबर के मन में शरारत सूझी।
बादशाह ने बीरबल से शरारत करते हुए क्या कहा...
उन्होंने बीरबल को कहा, 'बीरबल तुम्हें देख कर ऐसा लग रह है जैसे धोबी का गधा कपडे़ लाद कर खडा़ हो।'
बीरबल ने झट से जवाब दिया, 'महाराज धोबी के गधे के पास केवल एक गधे का ही बोझ होता है, किंतु मेरे पास तो तीन-तीन गधों का बोझ है।'
बीरबल के मुंह से जवाब सुनकर बादशाह अकबर निरूत्तर हो गए।
( समाप्त)