( राशि के आद्याक्षर - दि, दू, झं, थ, था, दे, दो, च, चा, ची आदि)
आपकी जन्मकुंडली में चंद्रमा यदि 12 अंक के साथ पड़ा हो तो आपकी जन्मराशि मीन मानी जाएगी। राशि चक्र में इसका बारहवाँ स्थान है अर्थात् यह अंतिम राशि है। इस राशि का स्वामी या मालिक ग्रह गुरु है।
इस राशि के व्यक्तियों पर गुरु ग्रह का प्रभाव विशेष रूप से देखा जाता है और इसी कारण ये चरित्रवान, निर्लोभी, सदाचारी रहते हैं। ये ही इस राशि के प्रधान गुण माने गए हैं। इनमें कार्यक्षमता अच्छी होती है। शांत प्रकृति के तथा व्यवहार कुशल देखे जाते हैं।
ये मिलनसार प्रकृति के होते हैं तथा दूसरों की भलाई के लिए स्वयं कष्ट का बोझ उठा लेते हैं। पैसा उधार देना, जमानत देना अथवा किसी व्यक्ति की भलाई करना इनके लिए दु:खदायी सिद्ध होता है, ऐसा हमारा स्पष्ट मत है। साहित्यिक, राजनैतिक या सामाजिक कार्यों में से किसी एक में पूरी तरह से संलग्न रहते हैं तथा इन कार्यों में सम्मान व गौरव भी प्राप्त करते हैं।