रोहन एक युवा मेडिकल इंटर्न है जिसे सपने देखना पसंद है। वह शेखावत जनरल हॉस्पिटल के चीफ सर्जन डॉ. अस्थाना से बहुत प्रभावित है और उनके जैसा बनना चाहता है। वह अपनी को-इंटर्न रिया से प्यार करता है और उसी के साथ रहता है।
जब डॉ. अस्थाना की लापरवाही की वजह से एक 8 साल का लड़का अंकुर मर जाता है तो रोहन को अहसास होता है कि एक अच्छा सर्जन, अच्छा इंसान भी हो यह जरूरी नहीं होता।
रोहन, अंकुर की मां नंदिता के साथ मिलकर उनके अधिकारों के लिए लड़ाई में साथ देता है। इस लड़ाई में उसे अपने गुरू, अस्पताल और प्यार के खिलाफ खड़ा होना पड़ता है।