हार न मानें, दिमागी रूप से बनें मज़बूत

वेबदुनिया डेस्क

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आज स्टूडेंट्स को टफ कॉम्पीटिशन का सामना करना पड़ रहा है। हर कोई करियर में आगे निकल जाना चाहता है और कामयाबी का स्वाद चखना चाहता है। इसके लिए जरूरी है मेंटल टफनेस। यह न हो तो स्टूडेंट्स जल्द ही हार मान लेते हैं और अपने गोल से हमेशा दूर ही रह जाते हैं। लिहाजा हर स्टूडेंट्स के लिए मेंटल टफनेस हासिल करना बहुत जरूरी है।

यह टफ कॉम्पीटिशन का दौर है। यह करियर में नई ऊंचाइयां हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का भी दौर है। करियर चाहे एमबीए में बनाना हो या होटल मैनेजमेंट में, रेडियो जॉकी बनना हो या एनिमेटर, आज हर स्टूडेंट के लिए जरूरी है मेंटल टफनेस। इसके अभाव में बहुधा कई स्टूडेंट्स जल्दी हताश और निराश हो जाते हैं, टूट जाते हैं और डिप्रेस्ड हो जाते हैं।

इसलिए आज के इस दौर में मेंटल टफनेस का होना बहुत जरूरी है। मेंटल टफनेस का अर्थ है तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों में रहकर भी हर बाधाओं को पार करते हुए पॉजीटिव होकर आगे बढ़ते रहना। इसके लिए यहां कुछ एक्शन टिप्स दिए जा रहे हैं जिनसे स्टूडेंट्स अपनी मेंटल टफनेस को हासिल कर सकते हैं।

एक्सपर्ट्स की सुनें- खुद में मेंटल टफनेस डेवेलप्ड करने के लिए स्टूडेंट्स उन लोगों की बॉयोग्राफिज और ऑडियो प्रोग्राम्स पढ़-सुन सकते हैं जिन्होंने तमाम विपरीत हालातों में कामयाबी हासिल की। दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने यह कर दिखाया है।

इसके अलावा इंटरनेट पर या मैग्जीन्स में सक्सेस स्टोरीज पढ़ सकते हैं। ये स्टूडेंट्स को इंस्पायर करती हैं और उनके मन में उत्साह पैदा करती हैं। यह पढ़कर सोचिए कि आपमें और उनमें कोई अंतर नहीं। बस सोच का अंतर है क्योंकि उन्हें विश्वास था कि वे कामयाब होंगे। तो आप क्यों नहीं हो सकते।

बि‍ना दुख के सुख नहीं मि‍लता- यह एक मिथ है कि बिना किसी परेशानी या तकलीफ के कामयाबी हासिल की जा सकती है। तमाम तरह की सक्सेस स्टोरीज पढ़ें तो यह पाएँगे कि उन्होंने कामयाबी का स्वाद चखने के पहले कई तरह के फिजिकल और इमोशनल पेन सहे। इसलिए बेहतर यह होगा कि आप अपनी गलतियों के साथ ही दूसरों की गलतियों से भी सीखें।

यही सीख आपको इंस्पायर करेगी कि आप मजबूती से आगे बढ़ते जाएं, अपनी तकलीफों और परेशानियों को भूलकर। अपने से अपेक्षा रखें और उन्हें पूरा करने की ताकत हासिल करते रहें।

कल की चिंता न करें और सदैव अपने गोल की ओर केंद्रि‍त रहें। छोटी-छोटी नाकामि‍यों से परेशान, उदास और हतोत्‍साहि‍त न हों। छोटी बातों में उलझेंगे तो छोटे होकर रह जाएंगे।

प्रॉब्लम क्या है- अपनी समस्याओं को पहचानें। उन्हें जानने और समझने की कोशिश करें। आप यह जान लेंगे तो उसके हल या उपाय के बारे में बेहतर ढंग से सोच सकेंगे। और यदि सोच सकेंगे तो उसे हल करने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। यदि आप यह देख पाएंगे कि आपसे क्या गलतियां हुई हैं तो फिर इस बात पर एकाग्र करें कि आप कैसे आगे बढ़ सकते हैं।

करें कुछ हट के- कई बार स्टूडेंट्स रूटीन में फंसे होते हैं। कभी-कभी यह कोशिश करिए कि रूटीन से हटकर काम कर सकें। जो वर्कआउट रोज करते हैं, उसे रोज बदलते रहें। अपने टीवी को एक माह के लिए अलमारी में बंद कर दें, क्योंकि यह आपका काफी समय और एनर्जी खा जाता है। इससे आप अलग-अलग माहौल में आत्मविश्वास के साथ रहना सीखेंगे।

फिट रहें- हेल्थ के प्रति सचेत रहें। इसके प्रति खुद को ट्रेंड भी करते रहें। आपके लिए क्या खानपान होना चाहिए, किस तरह की एक्यह टफ कॉम्पीटिशन का दौर है। यह करियर में नई ऊंचाइयां हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का भी दौर है। करियर चाहे एमबीए में बनाना हो या होटल मैनेजमेंट में, रेडियो जॉकी बनना हो या एनिमेटर, आज हर स्टूडेंट के लिए जरूरी है मेंटल टफनेस। इसके अभाव में बहुधा कई स्टूडेंट्स जल्दी हताश और निराश हो जाते हैं, टूट जाते हैं और डिप्रेस्ड हो जाते हैं।

साथ रहें- मेंटल टफनेस में भी अकेले न रहें और न ही अकेले काम करें। ऐसे लोगों के साथ भी न रहें जो खुद को असफल मानते हैं और अब तक कुछ अचीव नहीं कर पाए हैं। उनका फ्रस्‍ट्रेशन आपको भी परेशान करेगा।

गोल पर रहे ध्‍यान- कल की चिंता न करें और सदैव अपने लक्ष्‍य की ओर केंद्रि‍त रहें। छोटी-छोटी नाकामि‍यों से परेशान, उदास और हतोत्‍साहि‍त न हों। छोटी बातों में उलझेंगे तो छोटे होकर रह जाएंगे।

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