कैसे लाएं जियोग्राफी में अच्छे अंक?

अशोक सिंह

Webdunia
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भूग ो ल को महज बारहवीं पास करने के लिए एक विषय के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसका महत्व अधिकांश चयन परीक्षाओं में भी कुछ कम नहीं है। इसके अतिरिक्त जीपीएस, सैटेलाइट टेक्नोलॉजी एवं रिमोट सेंसिंग, कम्यूनिकेशन्स टेक्नॉलोजी तथा मौसम विज्ञान के क्षेत्र में करियर निर्माण के अवसर भी इसमें कुछ कम नहीं है।

इसे जितना नीरस और कठिन विषय के तौर पर प्रायः छात्रों द्वारा देखा जाता है असल में ऐसा नहीं है। थोड़ा ध्यान लगाने और समझने की कोशिश करने से दिलचस्पी जगनी शुरू हो जाती है। बारहवीं के भूगोल के पाठ्यक्रम में भी देश-दुनिया से संबंधित ऐसी ही जानकारियों से युवाओं को परिचित कराने का प्रयास किया गया है।

जिन युवाओं ने अब तक इस विषय पर समुचित समय नहीं दिया है उनके लिए पेश हैं कुछ महत्वपूर्ण टिप्स, ताकि वे परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

सामान्य गलतियां :
- सिलेबस जाने बिना और सीबीएसई द्वारा जारी विभिन्न अध्यायों के अंकों के मान को देखे बिना तैयारी शुरू करने की भूल।

- एनसीईआरटी टेक्स्ट बुक्स पर नजर डालने की जरूरत नहीं समझना।

- स्कूल में शिक्षक द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण विषयों को नहीं पढ़ना।

- सैंपल पेपरों और गत वर्षों के बोर्ड्स के पेपरों को नजरअंदाज करना।

- रटने पर ज्यादा निर्भरता तथा लिखकर अभ्यास नहीं करना।

सुधारें कैसे :
- परीक्षा में अंकों के मान की दृष्टि से महत्वपूर्ण टॉपिक्स में ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन एंड इंटरनेशनल ट्रेड, एग्रीकल्चर, ह्यूमन सेटलमेंट आदि का उल्लेख किया जा सकता है। इनके अलावा ह्यूमन एक्टिविटीज, ज्योग्राफी-नेचर एंड स्कोप, ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट पर भी समुचित ध्यान दें।

- एनसीईआरटी की पुस्तक से अध्याय को बिना पढ़े गाइड बुक्स से सीधे शुरुआत नहीं करें। इससे विभिन्न कंसेप्ट्स को जोड़कर समझने में दिक्कत हो सकती है।

- गत पांच वर्षों की बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों को अवश्य लिखकर हल करें। इसमें उत्तर सहित मिलने वाले सैंपल पेपर्स की मदद भी ली जा सकती है। इससे परीक्षा हॉल में लिखते समय काफी फायदा मिल सकता है।

- मानचित्रों पर आधारित प्रश्न की तैयारी के लिए थोड़ा समय अवश्य अलग से लगाएं। कम से कम पांच अंकों के ये आसान से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके दो भाग होते हैं पहले हिस्से में दो अंकों का विश्व मानचित्र पर और दूसरे हिस्से में तीन अंकों का भारत के मानचित्र पर आधारित प्रश्न होता है।

- सैम्पल पेपर्स जितने ज्यादा से ज्यादा (बेशक हल किए हुए) लिख सकें, उतना ही याद रख सकेंगे।

- परीक्षक को प्रभावित करने के लिए उत्तरों को प्वॉइंट्स में लिखें तथा महत्वपूर्ण भूगोलशास्त्रियों के नाम रेखांकित करें। इन बिंदुओं का थोड़ा-सा विवरण जरूर दें।

- निर्धारित शब्द सीमा से ज्यादा लिखने से समय का नुकसान होता है यह बात नहीं भूलें।

- मत भूलिए कि भूगोल में भी साइंस की तरह सही उत्तर होने पर पूरे अंक मिलते हैं।

- इस पेपर में इंटरनेट की मदद से भी काफी कंसेप्ट्स को आसानी से समझा जा सकता है।

- गत वर्षों के इस विषय में बोर्ड के टॉपर्स की उत्तर पुस्तिका भी सीबीएससी की वेबसाइट पर देखने को मिल सकती है जिससे उत्तर प्रस्तुति में मदद मिल सकती है।

- परीक्षा में कोई भी प्रश्न छोड़कर नहीं आएं।

- अंत में रिविजन के लिए कम से कम कुछ समय अवश्य रखें।

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