अंबिका सोनी

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भारत की पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री और राज्‍यसभा में पंजाब का प्रतिनिधित्‍व कर रहीं अंबिका सोनी का जन्‍म 19 नवंबर 1942 को अविभाजित पंजाब के लाहौर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। पिता आईसीएस अधिकारी नकुल सेन तथा माता इंदू सेन थीं।

14 अक्टूबर 1961 को आईएफएस अधिकारी उदय सी.सोनी से विवाह हुआ। एक बेटा है अनूप सोनी।
वर्तमान में संसद सदस्‍य अंबिका सोनी की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के वेल्हम गर्ल्‍स स्‍कूल से हुई। एमए (ऑनर्स) की पढा़ई उन्होंने दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के इंद्रप्रस्‍थ कॉलेज से पूरी की।

बैंकॉक के एलायंस फ्रांसिज़ से फ्रांसिसी भाषा में डिप्लोमा किया तथा क्यूबा के हवाना विश्वविद्यालय से स्पैनिश कला और साहित्य में स्नातकोत्तर डिप्लोमा की उपाधि अर्जित की। 1969 में कांग्रेस में मतभेद उत्‍पन्न होने के बाद इंदिरा गांधी ने कांग्रेस में उनको स्‍थान दिया और यहीं से उनकी राजनीति की शुरुआत हुई।

अंबिका सोनी का गांधी परिवार से पुराना पारिवारिक संबंध था, जब बंटवारे के दौरान उनके पिता बतौर कलेक्टर अमृतसर स्थानांतरित हुए, तब उन्हें पं. नेहरू के साथ काम करने का मौका मिला। 1975 में वे भारतीय युवा कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गईं और उन्होंने संजय गांधी के साथ जुड़कर काम किया। मार्च 1976 में वे राज्यसभा के लिए चुनी गईं।

1998 में वे अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं। 1999-2006 तक वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव रहीं। जनवरी 2000 को वे पुन: राज्यसभा के लिए चुनी गईं और उन्होंने 10 जून 2004 को इस्तीफा दे दिया।

जुलाई 2004 में राज्यसभा के लिए उन्हें फिर चुना गया। 29 जनवरी 2006 से 22 मई 2009 तक वे पर्यटन और संस्कृति मंत्री रहीं। 22 मई 2009 से 27 अक्टूबर 2012 तक उन्होंने बतौर सूचना और प्रसारण मंत्री सेवाएं दीं। जुलाई 2010 में राज्यसभा के लिए उन्हें फिर चुना गया।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहते हुए उन्होंने 'प्रेस की स्‍वतंत्रता और मानवाधिकार आयोग' विषय पर इंडियन प्रेस काउंसिल द्वारा आयोजित परिचर्चा में दावा किया कि 'हमारा मीडिया संभवत: विश्व में सबसे अधिक स्वतंत्र है। उन्‍होंने प्रेस की स्‍वतंत्रता और उसकी स्वायत्तता को लेकर कई कार्यक्रमों में भाग लिया और कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए।

अंबिका सोनी पढ़ने और यात्रा करने के साथ, वाद्य संगीत (भारतीय और पाश्चात्य) तथा बागवानी का शौक रखती हैं। वे कॉमनवेल्थ प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में दक्षिण अफ्रीका तथा महिला प्रतिनिधिमंडल की सदस्य के रूप में चीन गईं। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, मोरक्को, यूएसए, यूरोप, मैक्सिको, क्यूबा, रूस और चेकोस्लोवाकिया की यात्राएं कीं।

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