असमी साहित्यकार इंदिरा गोस्वामी का निधन

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असमी साहित्यकार इंदिरा गोस्वामी का लंबी बीमारी के बाद 69 वर्ष की उम्र में गुवाहाटी के एक अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने उल्फा को बातचीत की मेज पर लाने के लिए पहल की थी। उन्हें गत फरवरी में मस्तिष्काघात हुआ था।

गत रात गोस्वामी की हालत बिगड़ गई और आज सुबह सात बजकर 45 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता लेखिका को आगे के उपचार के लिए इस साल के शुरू में नई दिल्ली लाया गया था लेकिन जुलाई में उन्हें यहां वापस ले आया गया और तब से उनका जीएमसीएच में इलाज चल रहा था। वह पक्षाघात की अवस्था में जीवनरक्षक प्रणाली पर थीं।

रामायण काल का गहन अध्ययन करने वाली गोस्वामी को असमी साहित्य में योगदान के लिए वर्ष 2000 में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था। उन्होंने ‘दाताल हाथी उवे खोवा’ ‘नीलकंठ ब्रज’ और ‘आधा लिखा दस्तावेज’ सहित पुरस्कार जीतने वाली अनेक किताबें लिखीं। (भाषा)
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