छोटी बहन

Webdunia
- मंजरी दुबे

छोटी बहन ढेर से सवाल पूछती मुझसे
मेरे देर से घर लौटने पर
सवाल अक्सर इतने हुआ करते
कि उसे शब्दों और आँखों
दोनों का सहारा लेना पड़ता
अपने तर्कों और बताये जाने वाले
कारणों से उसे संतुष्ट कर पाना
थोड़ा मुश्किल जरूर होता मगर असंभव नहीं
कभी-कभी बहुत प्यार आता मुझे उस पर
मातृवत स्नेह से भर जाता मन
जब कोई हठ कर बैठती मुझसे
रूठी हुई छोटी बहन को मनाते हुए
बहुत भला लगता मुझको
हर हठ जो पूरी हो जाती और जो अधूरी रह जाती
सोच में कैद होकर हो जाती हमेशा के लिए
कितने ही क्षण ऐसे आये जिनमें मेरा ही नहीं
उसका भी मन भर गया किसी कसैले स्वाद से
लगता था उन क्षणों में
यह प्रत्यंचा जाने कितनी और तनेगी
लेकिन बस एक प्यारी हँसी
जो गलबहियाँ डालकर भेंट करती मुझे
बस सब कुछ भुला देती मेरी छोटी बहन
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

भारत के विभिन्न नोटों पर छपीं हैं देश की कौन सी धरोहरें, UNESCO विश्व धरोहर में हैं शामिल

लोहे जैसी मजबूत बॉडी के लिए इन 5 आयरन से भरपूर फूड्स को अभी करें अपनी डाइट में शामिल

क्या हमेशा मल्टी ग्रेन आटे की रोटी खाना है सेहतमंद, जान लें ये जरूरी बात

7 चौंकाने वाले असर जो खाना स्किप करने से आपकी बॉडी पर पड़ते हैं, जानिए क्या कहती है हेल्थ साइंस

मानसून में डेंगू के खतरे से बचने के लिए आज ही अपना लें ये 5 आसान घरेलू उपाय

सभी देखें

नवीनतम

Traditional Hariyali Teej Recipes: हरियाली तीज के पारंपरिक व्यंजन, जानें इस पर्व पर क्या क्या बनता है?

भारत के इन राज्यों में अल्पसंख्यक हैं हिंदू? जानिए देश के किस राज्य में सबसे कम है हिन्दू आबादी

क्या होता है तुगलकी फरमान? जानिए कहां से आया यह शब्द

'बेस्ट मैजिक क्रिएटर' अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनीं सुहानी शाह, जानिए कौन हैं ये माइंड रीडर

सोमवार सुविचार: पॉजिटिव सोच के साथ करें हफ्ते की शुरुआत