दिल सोचता है...

Webdunia
- रोहित जैन

ND
दिल ये सोचता है किसी पल होगा
वो बेवफ़ा भी मेरे लिए बेकल होगा

ग़र मेरी आँखों में बरसातें हैं
उसके दिल में भी कोई बादल होगा

हमने सोचा था इश्क़ एक बार है
किसे खबर थी ये ग़म मुसलसल होगा

आज तो हमने रोक ली है क़ज़ा
अब जो भी होगा वो कल होगा

हवा छू गई जो मेरे चेहरे को
सोचता हूँ उसका आँचल होगा

इश्क़ में जलने वाले से कह दो
अब वो फ़ना पल-पल होगा

इश्क़ कर लो फ़िर मज़े देखो
लब्ज़ हर इक अब ग़ज़ल होग ा।

Show comments

पुनर्जन्म के संकेतों से कैसे होती है नए दलाई लामा की पहचान, जानिए कैसे चुना जाता है उत्तराधिकारी

हिंदू धर्म से प्रेरित बेबी गर्ल्स के अ से मॉडर्न और यूनिक नाम, अर्थ भी है खास

बिना धूप में निकले कैसे पाएं ‘सनशाइन विटामिन’? जानिए किन्हें होती है विटामिन डी की कमी?

क्या दुनिया फिर से युद्ध की कगार पर खड़ी है? युद्ध के विषय पर पढ़ें बेहतरीन निबंध

शेफाली जरीवाला ले रहीं थीं ग्लूटाथियोन, क्या जवान बने रहने की दवा साबित हुई जानलेवा!

स्वामी विवेकानंद पुण्यतिथि पर पढ़ें 10 बेस्ट कोटेशन

सावन मास में शिवजी की पूजा से पहले सुधारें अपने घर का वास्तु, जानें 5 उपाय

क्या संविधान से हटाए जा सकते हैं ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ जैसे शब्द? क्या हैं संविधान संशोधन के नियम

सिरदर्द से तुरंत राहत पाने के लिए पीएं ये 10 नैचुरल और स्ट्रेस बस्टर ड्रिंक्स

'आ' से अपनी बेटी के लिए चुनिए सुन्दर नाम, अर्थ जानकर हर कोई करेगा तारीफ