राजा बलि ने निभाया था रक्षाबंधन का वचन

मां लक्ष्मी ने बांध‍ी थी राजा बलि को राखी

Webdunia
FILE

हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार राजा बलि ने भगवान विष्णु से अपना साम्राज्य दुश्मनों के प्रपंचों से बचाने हेतु आग्रह किया।

अपने भक्त के अनुरोध पर भगवान विष्णु ने ब्राह्मण स्त्री का रूप लेकर राजा बलि के निवास में रहने का संकल्प लिया, परंतु इस प्रतिज्ञा को सुन भगवान विष्णु की पत्नि देवी लक्ष्मी ने राजा बलि से अपने स्वामी को स्वर्गलोक नहीं छोड़ने के लिए निवेदन किया।

FILE
देवी लक्ष्मी ने श्रावण पूर्णिमा के दिन राजा बलि को राखी बांधकर उनसे अपने स्वामी को स्वर्गलोक नहीं त्यागने का वचन लिया।

बहन की कामना जानकर राजा बलि ने विष्णु देव से स्वर्गलोक में ही रहने की विनती की और इस तरह उन्होंने अपनी बहन के सुहाग की रक्षा की।

इसीलिए, राखी के त्योहार को 'बलेवा' भी कहा जाता है। इसका मतलब है, राजा बलि की भगवान विष्णु के प्रति सच्ची भक्ति।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Gupta navaratri: माघ माह की गुप्त नवरात्रि कब से होगी प्रारंभ, क्या है इसका महत्व?

षटतिला एकादशी व्रत करने का क्या है फायदा? जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

Kumbh mela 2025: मौनी अमावस्या कब है, क्या है इस दिन कुंभ स्नान का महत्व?

तन पर एक भी कपड़ा नहीं पहनती हैं ये महिला नागा साधु, जानिए कहां रहती हैं

महाकुंभ में संगम को अखाड़ों से जोड़ रहे ढाई हजार साल पुरानी फारसी तकनीक से बने पीपे के पुल

सभी देखें

धर्म संसार

23 जनवरी 2025 : आपका जन्मदिन

23 जनवरी 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

कुंभ मेला 2025: महाकुंभ और युद्ध का क्या है संबंध?

सीमा हैदर प्रयाग महाकुंभ में चढ़ाएगी 51 लीटर गाय का दूध, पाकिस्तानी पति झल्लाया

Vastu tips : घर के वास्तु का क्या पड़ता है कुंडली के ग्रहों पर असर?