इलाहाबाद कुम्भ मेला : त्रिवेणी संगम पर ही क्यों स्नान पर्व?

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इलाहाबाद में सिविल लाइंस से लगभग 7 किमी की दूरी पर स्थित है संगम तट। यहां पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदी का संगम है, इसे त्रिवेणी संगम भी कहते हैं। यहीं कुम्भ मेला आयोजित किया जाता है जहां पर लोग स्नान करते हैं। इस पर्व को स्नान पर्व भी कहते हैं। यही स्थान तीर्थराज कहलाता है।

गंगा और यमुना का उद्‍गम हिमालय से होता है जबकि सरस्वती का उद्‍गम अलौकिक माना जाता है। मान्यता है कि सरस्वती का उद्‍गम गंगा-यमुना के मिलन से हुआ है जबकि कुछ ग्रंथों में इसका उद्‍गम नदी के तल के नीचे से बताया गया है।

इस संगम स्थल पर ही अमृत की बूंदें गिरी थी इसीलिए यहां स्नान का महत्व है। त्रिवेणी संगम तट पर स्नान करने से शरीर और आत्मा शुद्ध हो जाती है। यहां पर लोग अपने पूर्वजों का पिंडदान भी करते हैं।
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