बंधनों से मुक्ति हेतु

Webdunia
हेतु- बंधनों से मुक्ति मिलती है, बेड़ियाँ टूट जाती हैं।

आपाद कंठमुरुश्रृंखल वेष्टितांगा गाढं बृहन्निगडकोटि-निघृष्ट-जंघाः ।
त्वन्नाम मंत्रमनिशं मनुजाः स्मरन्तः सद्यः स्वयं विगत-बन्ध-भया भवन्ति ॥ (46)

जो एड़ी से चोटी तक लौह-श्रृंखला से आबद्ध है... जिसकी जंघाएँ बेड़ियों की तीक्ष्णता से छलनी हो चुकी हैं... वह व्यक्ति भी यदि हर पल-हर क्षण आपका नाम स्मरण करे तो उसके तमाम बंधन अपने आप टूट जाते हैं।

ऋद्धि- ॐ ह्रीं अर्हं णमो वड्ढमाणाणं ।

मंत्र- ॐ नमो ह्राँ ह्रीं श्रीं ह्रूँ ह्रौं ह्रः ठः ठः जः जः क्षाँ क्षीं क्षूँ क्षौं क्षः स्वाहा ।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

महाशिवरात्रि विशेष : शिव पूजा विधि, जानें 16 चरणों में

Mahashivratri 2025 Date: महाशिवरात्रि कब है, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

महाकुंभ में न जाकर भी कैसे पुण्य कमा रहे हैं अनंत अंबानी, जानिए क्या है पूरी कहानी

Vastu Tips: घर के वास्तु का जीवन पर प्रभाव पड़ता है या नहीं?

Weekly Horoscope: 03 से 09 फरवरी में किन राशियों का होगा भाग्योदय, पढ़ें पहले सप्ताह का साप्ताहिक राशिफल

सभी देखें

धर्म संसार

भीष्म अष्टमी की पौराणिक कथा

गुप्त नवरात्रि में देवी बगलामुखी का कैसे करें पूजन, जानें मां का स्वरूप, महत्व, कथा और विधि

प्रयागराज कुंभ मेले में स्नान करने जा रहे हैं तो इन 5 जगहों के दर्शन अवश्य करें

Aaj Ka Rashifal: 05 फरवरी का दिन क्या खास लाया है सभी के लिए, पढ़ें 12 राशियां

05 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन