मेरा देश

Webdunia
देश, मेरे देश,
तेरा फूल जैसा नाम।
याद करते हैं तुझे हम,
सुबह दुपहर शाम।।

ज ब हव ा चलती बसंती,
यही कहते हैं।
इंद्रधनुषी इस हवा में,
हमीं रहत े हैं।।

धूल में भी यहाँ मिलता है,
हमें विश्राम।
देश, मेरे देश,
तेरा फूल जैसा नाम।।
धूप देह दुलारती है,
या तपाती है।
आग जैसी धूप भी यह हमें भाती है।

कालिदास, कबीर,
तुलसी का, यही है धाम।
देश, मेरे देश,
तेरा फूल जैसा नाम।।
है बड़ी दुनिया,
मगर है कौन सा वह देश।
कई रंगों के मिले हों,
जिसे सुंद र वेष।।

नाम ही सुनकर हमें,
मिलता सदा आराम।
देश, मेरे देश,
तेरा फूल जैसा नाम।।

चाँदनी, चंदा, सितारे,
खुशी देते हैं।
सूर्य लाते रोज दिन,
बस अर्घ्‍य लेते हैं।।
देश ही संकल्प अपना,
देश ही है काम।
देश, मेरे देश,
तेरा फूल जैस ा नाम।।
- वाराणस ी ( उप्र)
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पैसा लो और स्वीडन से जाओ, प्रवासियों को दिए जाएंगे 34000 डॉलर

Vastu Tips: घर के वास्तु का जीवन पर प्रभाव पड़ता है या नहीं?

इन टिप्स को अपनाने से आपके बच्चों के साथ हमेशा अच्छे रहेंगे रिलेशन, बहुत काम की हैं ये बातें

सोते समय क्या बालों को बांधकर रखना है सही, जानिए है बालों की सेहत के लिए राइट चॉइस

इस फल के साथ इसके बीज भी हैं सेहत के लिए वरदान, जानिए फ़ायदे और इस्तेमाल के तरीके

सभी देखें

नवीनतम

Valentine Week 2025 Celebration Ideas : भारत की ये 5 सबसे रोमांटिक जगहों पर पार्टनर संग मनाएं प्यार का त्यौहार

कौन हैं प्रज्ञानंद? विश्व चैम्पियन डी गुकेश को हराया, जानिए 19 साल के युवा खिलाड़ी की प्रेरक कहानी

बिन बालों की ब्राइड निहार सचदेव का बोल्ड एंड ब्यूटीफुल लुक, ताने मारने वालों को ऐसे दिया करारा जवाब

अपने बच्चों को सरल और आसान भाषा में समझाएं गुड टच और बेड टच, इन टिप्स की लें मदद

जल्दी करना है वेट लॉस तो फॉलो करें ये मैजिक रूल्स, रिजल्ट देखकर लोग करेंगे तारीफ