मुद्रास्फीति की दर घटी

Webdunia
शुक्रवार, 23 नवंबर 2007 (14:04 IST)
फल,सब्जियाँ, उड़द और मसाले जैसी खाद्य सामग्री सस्ती होने से मुद्रास्फीति की सालाना वृद्धि दर 10 नवम्बर को समाप्त हुए सप्ताह में 0.10 प्रतिशत घटकर 3.01 प्रतिशत रह गई।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आँकड़ों से यह जानकारी मिली। पिछले साल की समान अवधि में यह 5.39 प्रतिशत थी।

आलोच्य सप्ताह में ज्वार और चना जैसी खाद्य सामग्री तथा कारखानों में बना सामान महँगा हुआ। पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि मुद्रास्फीति की दर अगले कुछ सप्ताहों में साढ़े तीन प्रतिशत से ऊपर जा सकती है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल के निकट पहुँच चुका है, जिससे देश में मुद्रास्फीति बढ़ने का खतरा हमेशा बना हुआ है।

वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी कहा कि मुद्रास्फीति को लेकर दुनियाभर में चिंता व्याप्त है। चिदंबरम ने कहा कि कच्चा तेल नई ऊँचाई पर पहुँच गया है और इसके और बढ़ने का अंदेशा है।

उन्होंने कहा कि नीतियों में इस तरह का सामंजस्य करने की जरुरत है, जिससे देश में मुद्रास्फीति नहीं बढ़े।

वैसे कुल मिलाकर मुद्रास्फीति फिलहाल रिजर्व बैंक के अनुमान के भीतर है। इस साल जनवरी में मुद्रास्फीति 6.69 प्रतिशत तक पहुँच गई थी, जो दो वर्षों का उच्चतम स्तर था।
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