खराब प्रदर्शन का कारण 'थकान' नहीं

Webdunia
बुधवार, 17 जून 2009 (17:35 IST)
ट्वेंटी-20 विश्व कप से बाहर होने के कारणों को लेकर भारतीय शिविर में मतभेद बरकरार हैं और कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने जोर देते हुए कहा कि थकान इस खराब प्रदर्शन का कारण नहीं थी।

कोच गैरी कर्स्टन ने अत्यधिक क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग को टी-20 विश्व कप से बाहर होने का दोषी ठहराया, लेकिन धोनी आईपीएल मुद्दे पर टीम कोच से अलग राय रखते हैं। हालाँकि उन्होंने स्वीकार किया कि उनके कुछ खिलाड़ी शत-प्रतिशत फिट नहीं थे।

कर्स्टन ने कल कहा था हमारे भीतर उतनी ऊर्जा नहीं थी जितनी न्यूजीलैंड में थी। जब हम यहाँ पहुँचे तो हम थके हुए थे। हम जनवरी से लगातार दौरे पर थे। हमारे कई क्रिकेटरों को टूर्नामेंट के दौरान चोट लगी। आईपीएल में लगी चोट के कारण वे क्रिकेट से कट गए।

लेकिन धोनी ने बिलकुल उलटा पक्ष रखते हुए कहा कि टीम के इस तरह से बाहर होने का थकान से कुछ लेना-देना नहीं है।

उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के हाथों बीती रात मिली 12 रन की शिकस्त के बाद कहा कि निश्चित रूप से कुछ खिलाड़ी ही शत-प्रतिशत फिट थे। कुछ के टखने और कुछेक को कंधे में चोट थी। इसलिए वे मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे सके, लेकिन मैं निश्चित नहीं हूँ कि इसका कारण थकान थी। अब आपके पास रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम है, जिससे आप जल्द ही शत-प्रतिशत फिटनेस हासिल कर सकते हो।

धोनी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं थका हुआ था। आपको 20 ओवर खेलने होते हैं तो क्या आप इतना नहीं खेल सकते? यह श्रीलंका दौरे जैसा नहीं था, जहाँ पर मुझे लगा था कि मुझे ब्रेक की जरूरत है इसलिए मैं नहीं खेला था। ऐसा तब हुआ था जब मैं थका हुआ था। यहाँ पर मैं इसके (थकान) के करीब भी नहीं था।

उन्होंने कहा कि उनकी टीम खेल के सभी विभागों में एक इकाई के रूप में क्लिक होने में असफल रही हालाँकि उन्होंने बल्लेबाजी में मिली असफलता को सबसे निराशाजनक करार दिया।

उन्होंने कहा कि हमने एक टीम की तरफ प्रदर्शन नहीं किया। हम करीब 80 प्रतिशत तक एकजुट प्रदर्शन करने के आदी हैं। यहाँ यह 60 प्रतिशत भी नहीं हो सका।

धोनी ने कहा कि महत्वपूर्ण खिलाड़ी फॉर्म में नहीं थे इसमें मैं भी शामिल था। हमारी बल्लेबाजी खराब रही और इससे दुख होता है क्योंकि हम बल्लेबाजी के लिए मशहूर हैं। अगर तीन गेंदबाज अच्छा करते तो अन्य असफल होते। अगर कुछ बल्लेबाज चलते तो अन्य कामयाब नहीं हो पाते। कुछ खिलाड़ियों ने अच्छा किया, लेकिन एक ईकाई के रूप में हमने अच्छा नहीं किया।

कर्स्टन ने सुझाव दिया था कि अगर महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों और श्रृंखला के लिए गंभीर तैयारी की जानी है तो खिलाड़ियों को आईपीएल से बाहर होना पड़ेगा। कोच के इस विचार पर टिप्पणी करते हुए धोनी ने कहा कि आप बाहर हो सकते हो। यह प्रत्येक खिलाड़ी का अधिकार है।

धोनी ने एक ऐसी स्थिति के बारे में सुझाव दिया जिसमें क्रिकेटर एक महीने का ब्रेक लेने के बाद फिर अपने प्रिय खेल में वापसी कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि आपको खुद पर ध्यान देना होगा। क्रिकेटरों को फिटनेस के लिए भी समय निकालना होगा क्योंकि अगर उन्हें टीम से बाहर किया जाता है तो फिर वापसी में तीन से छह महीने का समय लग सकता है। तीन महीने के बाहर होने के बजाय एक महीने का समय लो जिससे आप फिट रहोगे।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

INDvsNZ सीरीज के बाद इन 4 में से 2 सीनियर खिलाड़ियों हमेशा के लिए होंगे ड्रॉप

पहले 68 साल में सिर्फ 2 टेस्ट तो भारत में इस सीरीज के 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीती न्यूजीलैंड

IPL को रणजी के ऊपर तरजीह देने के कारण ROKO हुए बर्बाद, सचिन गांगुली नहीं करते ऐसी गलती

श्रीलंका और भारत में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर पर उठ रहे सवाल

टेस्ट इतिहास का सबसे अनचाहा रिकॉर्ड बनने पर रोहित शर्मा बोले यह सबसे खराब दौर

सभी देखें

नवीनतम

डेविड वार्नर ने भारतीय पर्यटकों को ऑस्‍ट्रेलिया घूमने के लिए किया आमंत्रित

ICC Champions Trophy Tour का अनावरण पाक की इस मस्जिद से करेंगे शोएब अख्तर

रोहित की पत्नी ने बेटे को दिया जन्म, भारतीय कप्तान के पर्थ टेस्ट में खेलने की संभावना बढ़ी

27 साल के Jake Paul से हारने के बाद भी 58 साल के Mike Tyson को मिलेंगे इतने करोड़ रुपए

IPL में अच्छा प्रदर्शन करके भारतीय T20 टीम में वापसी करना चाहते हैं राहुल