धोनी की ऑस्ट्रेलिया को चेतावनी

फाइनल्स में हमें उकसाना मत

Webdunia
मंगलवार, 26 फ़रवरी 2008 (14:39 IST)
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने साफ शब्दों में कहा कि त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के फाइनल्स में उनकी टीम ऑस्ट्रेलियाई आक्रामकता का करारा जवाब देगी। उन्होंने इसके साथ ही दोनों टीमों के बीच मैदान में झड़प के लिए ऑस्ट्रेलिया को दोषी ठहराया।

उन्होंने रविवार को सिडनी में खेले गये एकदिवसीय मैच के दौरान उकसाने वाले व्यवहार के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की आलोचना भी की, जिसके बाद भारतीयों ने मैच रेफरी के पास औपचारिक शिकायत भी दर्ज कराई है।

धोनी ने कहा कि हम मानते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने हमें उकसाया। यह पिछले कुछ समय से चल रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि युवाओं को इससे सीखने को मिलेगा। उन्होंने ईशान्त शर्मा के एंड्रयू साइमंड्स को पैवेलियन लौटने का इशारा करने के बारे में कहा कि साइमंड्स ने जो कुछ कहा ईशान्त केवल उसकी प्रतिक्रिया कर रहा था।

धोनी ने कहा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कभी मैत्री मैच नहीं हो सकता और आक्रामकता सही है यदि आप सीमा नहीं लाँघते हो। ईशान्त भी अनुभव से यह कला सीखेगा। मैंने इसे कला इसलिए कहा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा अक्सर होता रहता है।

सिडनी मैच में धोनी को मैच रेफरी के कहने के बाद अपने दस्ताने बदलने पड़े थे। मैच रेफरी ने उनकी वैधता पर चिंता जताई थी। धोनी ने हालाँकि इस मामले को अधिक तूल न देना उचित समझा।

उन्होंने कहा मुझे लगता है कि दस्तानों में कोई समस्या नहीं थी लेकिन में किसी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहता था। अपने 100 कैच में से मैंने केवल कुछ कैच ही इन दस्तानों से लिए। भारत आज श्रीलंका के खिलाफ मैच में पाँच गेंदबाजों के साथ उतरा था। धोनी ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने इस रणनीति को प्राथमिकता दी थी।

उन्होंने कहा जब भी हम श्रीलंका के खिलाफ खेले हमने पाँच गेंदबाजों के साथ खेलने की कोशिश की। यह इसलिए क्योंकि हमारे बल्लेबाज उनके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। धोनी ने कहा हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्विंग और श्रीलंका के खिलाफ सीम गेंदबाजी को प्राथकिमता देते रहे हैं, इसलिए अगले मैच में हम मुनाफ पटेल की जगह श्रीसंथ को रख सकते हैं।

उन्होंने कहा आज परवीन कुमार का दिन था। उसने शानदार गेंदबाजी की। वह अपनी कलाई का बहुत अच्छा उपयोग करता है और 135 किमी से अधिक रफ्तार से गेंद कर सकता है।

धोनी ने सचिन तेंडुलकर के आलोचकों को भी करारा जवाब दिया जिन्होंने इस स्टार बल्लेबाज को अपनी खोयी फार्म हासिल करने के लिए विश्राम की सलाह दी थी। उन्होंने कहा यदि सचिन विश्राम लेना चाहते हैं तो इसका फैसला उन्हें करना है। लोगों को उनके बारे में कुछ लिखने को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

धोनी ने कहा कि टास के समय जैसा लग रहा था होबार्ट के विकेट से वैसी मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा हमें जैसा लगा था इससे हमें वैसी मदद नहीं मिली। यहाँ तक कि इसमें पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करना भी आसान नहीं था।

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