मार्टिन के संन्यास से स्तब्ध थे पोंटिंग

Webdunia
बुधवार, 24 अक्टूबर 2007 (21:50 IST)
ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट कप्तान रिकी पोंटिंग को मध्यक्रम के बल्लेबाज डैमियन मार्टिन के अचानक रिटायर होने के फैसले ने हैरान कर दिया था।

पोंटिंग ने अपनी नई किताब 'कैप्टंस डायरी 2007' में कहा कि पिछले साल एशेज सिरीज के बीच में मार्टिन के रिटायर होने के फैसले से वह स्तब्ध रह गए। मार्टिन ने अपने इस फैसले की पहले से भनक नहीं लगने दी और कोई स्पष्टीकरण भी नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी एडिलेड में हुए दूसरे टेस्ट के तीन दिन बाद मिली, जब मैं सिडनी में तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क के साथ गोल्फ खेल रहा था।

उन्होंने कहा कि मुझे उनके फैसले के सही या गलत होने के बारे में कुछ कहने का अख्तियार नहीं है, लेकिन हमने एक बेहतरीन खिलाड़ी खो दिया, जो कई बार हमे संकट से निकाल चुका था। इस लिहाज से मेरा निराश होना स्वाभाविक था।

पोंटिंग ने कहा कि उनके रिटायर होने के बाद मुझे उन सवालों का जवाब देना पड़ा जिनके बारे में मैं कुछ नहीं जानता था। वह एक बार मीडिया के सामने आ जाते तो समूची धुंध छँट जाती, मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया।

मार्टिन नहीं चाहते थे कि कोई उन्हें फैसला बदलने के लिए कहे। टीम एशेज वापस पाने के करीब थी और वह नहीं चाहते थे कि खिलाड़ियों का ध्यान भटके, लेकिन मार्टिन की चुप्पी से अटकलों का बाजार गर्म हो गया। एक अखबार ने कहा कि मार्टिन को टीम से हटाए जाने की पूर्व सूचना मिल गई थी और इसीलिए उन्होंने रिटायर होने का फैसला कर लिया।

लेकिन मैं जानता था कि इस रिपोर्ट में जरा भी सचाई नहीं है, चयनकर्ता टीम की घोषणा करने वाले थे और उसमें मार्टिन का नाम होना भी तय था। एक और अटकल थी कि एडिलेड ओवल के ड्रेसिंग रूम में जीत के जश्न के दौरान क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के एक कर्मचारी ने मार्टिन से कहा कि टॉप फॉर्म में रहते रिटायर हो जाओ।

पोंटिंग ने कहा कि यह बात सही हो सकती है मगर मार्टिन ने इस बारे में मुझे कभी कुछ नहीं बताया।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?