सलामी जोड़ी की समस्या का निदान

Webdunia
रविवार, 5 अगस्त 2007 (22:44 IST)
वसीम जाफर और दिनेश कार्तिक के व्यक्तित्व और बल्लेबाजी में भले ही जमीन आसमान का अंतर हो लेकिन जब दोनों सलामी बल्लेबाज क्रीज पर उतरते हैं तो इनके जज्बे ने टीम इंडिया को बढ़िया शुरूआत दिलाई है।

जहाँ जाफर की बल्लेबाजी में स्थिरता और आकर्षण हैं, वहीं कार्तिक में ऊर्जा और उद्यमशीलता का समावेश है। इस साल की शुरूआत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जब दोनों भाग्यवश क्रीज पर उतरे तो इन दोनों के विपरित स्टाइल ने टीम को शीर्ष क्रम में शानदार परिणाम दिलाऊ।

इन दोनों ने केप टाउन में 153 रन की साझेदारी की। इसके बाद यह सिलसिला थमा नहीं और ढाका में इन्होंने 175 रन की भागीदारी की।

इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में दूसरे टेस्ट में भी इस सलामी जोड़ी ने 147 रन शतकीय साझेदारी कर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी।

इन दोनों ने अपनी पांच टेस्ट मैचों की सलामी पारी में टीम को तीन बार करीब 150 रन से शुरूआत कराई है, जिससे भारतीय टीम की एक बड़ी समस्या का निदान होता नजर हो आ रहा है। टीम इंडिया पिछले सत्र में एक बढ़िया शुरूआत करने में नाकाम रही है।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

WTC Cycle में भारत का सबसे खराब प्रदर्शन, कुल 10 मैच भी नहीं जीत पाई टीम इंडिया

भारतीय टेस्ट टीम का भविष्य: बल्लेबाजी से ज्यादा चिंताजनक स्थिति गेंदबाजी की

रोहित शर्मा और रविंद्र जड़ेजा आखिरी बार टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं

विराट कोहली का 'Ego' प्रॉब्लम? नहीं छोड़ पा रहे ऑफ स्टंप की गेंद, सचिन से सीख लेने का सही वक्त

अर्जुन पुरस्कार मेरा मजाक उड़ाने वालों को जवाब है: पैरा शटलर नित्या