कांग्रेस की लालू यादव को चेतावनी

Webdunia
मंगलवार, 12 मई 2009 (12:01 IST)
राहुल गाँधी द्वारा जदयू नेता नीतीश कुमार की प्रशंसा करने पर राजद प्रमुख की गहरी आपत्ति पर कांग्रेस ने सोमवार को लालूप्रसाद को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे टकराव और टूट पैदा होता हो।

कांग्रेस प्रवक्ता अश्विनी कुमार ने कहा कि इस स्थिति में किसी वरिष्ठ नेता को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए जिससे टकराव और टूट पैदा होता हो। उनको (लालू) जो कहना था, वह उन्होंने कहा अब इस पर स्पष्टीकरण भी उन्हीं को देना है।

उल्लेखनीय है कि लालू ने कहा है कि कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी जैसे लोगों ने नीतीश को धर्मनिरपेक्षता का प्रमाण-पत्र दिया और नीतीश का समर्थन करने वाले लोगों को महसूस हो गया होगा कि वे कितने धर्मनिरपेक्ष हैं।

नीतीश कुमार द्वारा राजग की रैली में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच साझा करने के बाद उपजी राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस पार्टी ने कहा कि भाजपा-शिवसेना के साथ रहने वाला कोई भी दल धर्मनिरपेक्ष नहीं हो सकता है।

उन्होंने कहा नीतीश कुमार को नरेन्द्र मोदी के साथ एक मंच पर देखा गया है। अब उन्हें जनता की अदालत में इस पर स्पष्टीकरण देना है।

जब उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार धर्मनिरपेक्ष हैं या नहीं तो कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुझे जो कहना है कि मैंने कह दिया है कि भाजपा-शिवसेना के साथ रहने वाले और उसके एजेंडे के तहत चलने वाले धर्मनिरपेक्ष नहीं हो सकते हैं। अब आपको इसे जिस तरह से पेश करना है, पेश कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भी मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजद धर्मनिरपेक्ष है, तो कुमार ने कहा कि इस समय किसी भी काल्पनिक प्रश्न का जवाब नहीं दिया जा सकता है। 16 मई के बाद अपके सामने स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

नीतीश कुमार और राहुल गाँधी के खिलाफ राजद अध्यक्ष लालूप्रसाद की टिप्पणी पर एक प्रश्न के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा किसी भी वरिष्ठ नेता को व्यक्तिगत आक्षेप से बचना चाहिए।

नीतीश के बारे में लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान की टिप्पणी के बारे में एक प्रश्न के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लोजपा संप्रग का घटक दल है और हमने स्पष्ट किया है कि हम सभी सहयोगी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाएँगे। किसी भी घटक दल को छोड़ने अथवा उस पर अविश्वास का कोई मतलब नहीं है। गौरतलब है कि पासवान ने कहा है कि जदयू को धर्मनिरपेक्ष बताने वाले लोगों को दोबारा सोचने की जरूरत है।

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