तीसरा मोर्चा ही सरकार बनाएगा: येचुरी

Webdunia
सोमवार, 11 मई 2009 (13:17 IST)
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एवं पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने कहा कि तीसरा मोर्चा चुनाव के बाद गैर-कांग्रेस और गैर-भारतीय जनता पार्टी या बाहरी समर्थन के बिना सरकार बनाएगा।

येचुरी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि तीसरे मोर्चे में सक्षम नेता हैं और कांग्रेस तथा भाजपा को तीसरे मोर्चे के सत्ता में आने पर प्रधानमंत्री के उम्मीदवार को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने कहा कि हम भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश करने जैसी कोई घोषणा नहीं करना चाहते हैं। लोगों को निर्वाचित जनप्रतिनिधियों में से ही प्रधानमंत्री को चुनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में लोकसभा चुनावों के बाद संप्रग का गठन हुआ था और इसके बाद भाजपा या कांग्रेस सहित किसी को भी तीसरे मोर्चें के नेतृत्वकर्ता को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर केन्द्र की दो वैकल्पिक गठबंधन की सरकारों से समर्थन वापस लेकर अस्थिरता पैदा करने का भी आरोप लगाया।

चुनाव के बाद माकपा के कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि केन्द्रीय समिति और पोलित ब्यूरो केन्द्र में गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा की वैल्पिक सरकार बनाएगा।

उन्होंने कहा कि यदि इसमें कोई बदलाव आता है तो केन्द्रीय समिति और पोलित ब्यूरो की चुनाव बाद फिर से बैठक होगी और उसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

Show comments

जरूर पढ़ें

EPFO से जुड़ी खुशखबरी, ऑटो क्लेम सेटलमेंट लिमिट 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए, आपका कैसे होगा फायदा

क्या भाजपा में शामिल हो रहे हैं कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर?

ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने भर से आपको छूट नहीं मिल सकती, सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा क्यों कहा

1 जुलाई से महंगा हो जाएगा ट्रेन का सफर, रेलवे ने बढ़ाए टिकटों के दाम, जानिए कितनी बढ़ेंगी कीमतें

EC का राहुल गांधी को जवाब, आइए सामने बैठकर करते हैं सभी मुद्दों पर चर्चा

सभी देखें

नवीनतम

डोनाल्ड ट्रंप नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट, क्या मिलेगा शांति पुरस्कार?

आसाराम की जमानत अवधि बढ़ाने की याचिका पर कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा

भारत ने चीन से आयातित 4 रसायनों पर लगाया डंपिंगरोधी शुल्क, जानें क्या होगा असर

मध्यप्रदेश के गुना में कुएं में संदिग्ध जहरीली गैस से 5 लोगों की मौत

इजराइली हमलों में कम से कम 14 वैज्ञानिकों की मौत, कितना प्रभावित होगा ईरान का परमाणु कार्यक्रम, क्या कहते हैं एक्सपर्ट्‍स