हर रोज 120 मेगावॉट बिजली का घाटा

Webdunia
मंगलवार, 22 सितम्बर 2009 (10:59 IST)
ओंकारेश्वर बाँध अपनी पूर्ण क्षमता से बिजली का उत्पादन नहीं कर पा रहा है। यहाँ सभी टरबाइनें चलाने के बाद भी 520 के स्थान पर 400 मेगावॉट बिजली ही बन रही है। पूर्ण क्षमता से जलभराव करने पर हाईकोर्ट की रोक के कारण प्रतिदिन यहाँ 120 मेगावॉट कम बिजली बन रही है।

पूर्ण क्षमता से बिजली उत्पादन नहीं होने का कारण बाँध का जलस्तर 189 मीटर से आगे नहीं ले जाना है। परियोजना में 65-65 मेगावॉट की कुल 8 टरबाइन हैं, जो प्रतिदिन चलाई जा रही हैं। इसके बावजूद विभाग एक टरबाइन से मात्र 50 मेगावॉट बिजली उत्पादन कर पा रहा है। जब तक बाँध का जलस्तर 189 मीटर रहेगा, तब तक एक टरबाइन 50 मेगावॉट बिजली ही बनाएगी। पूर्ण क्षमता 65 मेगावॉट बिजली उत्पादन के लिए जलस्तर 193 मीटर तक ले जाना होगा।

पुनर्वास पीड़ितों की समस्या यथावत : ओंकारेश्वर परियोजना तैयार हुए 3 साल होने को आए हैं, लेकिन पूर्ण क्षमता से बिजली उत्पादन नहीं होने के पीछे मध्यप्रदेश शासन की पुनर्वास के प्रति ढुलमुल नीति जिम्मेदार रही है। अगर समय रहते पुनर्वास पीड़ितों की समस्या का निराकरण हो जाता तो अभी 120 मेगावॉट बिजली का नुकसान नहीं उठाना पड़ता।
Show comments

जरूर पढ़ें

दुनिया में 120 करोड़ सनातनी, 60 करोड़ से ज्यादा ने किया महाकुंभ स्नान

शादी का सपना लेकर 50 युवक-युवतियां पहुंचे राजकोट, आयोजक फरार

नीतीश पुत्र की राजनीति में एंट्री की तैयारी, जानिए कितने पढ़े-लिखे हैं निशांत कुमार

दिल्ली में अकबर रोड के साइनबोर्ड पर कालिख पोती, छत्रपति शिवाजी के पोस्टर चिपकाए

अब कोई आफताब किसी श्रद्धा को हैवानियत का शिकार नहीं बना पाएगा

सभी देखें

नवीनतम

विधानसभा में तीसरे दिन भी धरने पर कांग्रेस MLA, इंदिरा गांधी को दादी कहने पर नहीं थमा बवाल

मन की बात में पीएम मोदी ने बताया, मोटापे से कैसे बचें?

LIVE: मन की बात में PM मोदी बोले, चैंपियंस ट्राफी चल रही है, देश में हर तरफ क्रिकेट का माहौल

मेलोनी ने किया ट्रंप का समर्थन, इस तरह किया पीएम मोदी को याद

एलन मस्क का फेडरल कर्मचारियों को ईमेल, 48 घंटे में मांगा काम का हिसाब