जसवंत और आडवाणी रूबरू हुए

Webdunia
सोमवार, 14 दिसंबर 2009 (19:28 IST)
भाजपा से निष्कासित किए जाने के बाद वरिष्ठ नेता जसवंतसिंह और विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी सोमवार को पहली बार एक दूसरे से रूबरू हुए।

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान जसवंतसिंह ने गोरखालैंड पृथक राज्य से संबंधित मुद्दा उठाया। आडवाणी से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपने पूर्व सहयोगी, विपक्ष के नेता से आग्रह करता हूँ कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा द्वारा शुरू की गई हड़ताल और आंदोलन को समाप्त करने और सरकार की ओर से गोजमो को बातचीत का न्योता दिए जाने के संबंध में सदन द्वारा कोई अपील जारी करने में वह भी साथ दें। भाजपा के घोषणापत्र में भी गोरखालैंड पृथक राज्य की बात कही गई है।

इस पर आडवाणी ने अपने संक्षिप्त जवाब में कहा कि मेरे साथी जसवंतसिंह ने मेरा उल्लेख किया है। उन्होंने हमारे घोषणापत्र में गोरखालैंड के उल्लेख की बात भी कही है।

पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद संसद के बाहर या भीतर दोनों नेताओं के बीच किसी तरह का यह पहला संवाद था। दोनों ही नेता पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के बारे में टिप्पणियाँ किए जाने के कारण आरएसएस की मार झेल चुके हैं। आडवाणी को जहाँ पार्टी अध्यक्ष पद से हटना पड़ा था वहीं जसवंत को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से ही हाथ धोना पड़ा। (भाषा)

Show comments

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

कोर्ट ने क्यों खारिज की विभव कुमार की जमानत याचिका, बताया कारण

अमेठी में इस बार आसान नहीं है केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राह

MP में छेड़छाड़ को लेकर दलित दंपति से मारपीट, जूतों की माला पहनाई, 10 लोगों के खिलाफ FIR

AAP नेताओं ने कभी निर्भया के लिए न्याय मांगा था, आज एक आरोपी का समर्थन कर रहे : स्वाति मालीवाल

पीएम मोदी का राहुल गांधी पर तंज, ऐसा तो 8 साल का बच्चा भी नहीं करता

होटल में आग लगने से महिला फिजियोथेरेपिस्ट की मौत, इंजीनियर की हालत नाजुक

AI के बेहतर इस्तेमाल से मूल्य सृजन होगा, रोजगार बढ़ेगा : Red Hat सीईओ