शोधित द्रव्य

Webdunia
Devendra SharmaND
शुद्ध शिलाजीत सूर्यतापी : धातु रोग, धातुक्षय, दुर्बलता, अन्य मूत्र विकार, प्रमेह, स्वप्नदोष तथा अनेक रोग नाशक। धातु पौष्टिक एवं शक्तिवर्द्धक है। मात्रा 2 से 3 रत्ती सुबह-शाम दूध से।

शुद्ध गंधक आमलासार : रक्त विकार, फोड़े-फुंसी, खाज-खुजली, चकत्ते, चर्म विकार आदि पर लाभकारी एवं खून साफ करता है। मात्रा 2 से 4 रत्ती सुबह-शामल दूध से।

सिरका गन्ना : पाचक, रुचिकारक, बलदायक, स्वर शुद्ध करने वाला, श्वास, ज्वर तथा वात नाशक। मात्रा 10 से 25 मि.ली. सुबह-शाम भोजन के बाद।

सिरका जामुन : यकृत (लीवर) व मेदे हेतु लाभकारी। खाना हजम करता है, भूख बढ़ाता है, पेशाब लाता है व तिल्ली के वर्म को दूर करने की प्रसिद्ध दवा। मात्रा 10 से 25 मि.ली. सुबह-शाम भोजन के बाद।

क्या अपने पालतू जानवर के साथ एक बेड पर सोना है सही? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बदलते भारत में सेक्स बदलने की होड़, हॉर्मोन की गड़बड़ी या कोई मनोविकृति?

10 दिनों तक खाली पेट पिएं दालचीनी का पानी, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार हैं आसानी से मिलने वाले ये 9 आयुर्वेदिक हर्ब्स

ये है मोबाइल के युग में किताबों का गांव, पढ़िए महाराष्ट्र के भिलार गांव की अनोखी कहानी

हार्ट अटैक से एक महीने पहले बॉडी देती है ये 7 सिग्नल, कहीं आप तो नहीं कर रहे अनदेखा?

क्या महिलाओं में कार्डियक अरेस्ट है ज्यादा घातक? शेफाली जरीवाला डेथ केस से मिल रहे संकेत

दुनिया के जाने-माने लोगों ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के बारे में क्या कहा, पढ़ें 10 अनसुने कथन

बाजार में कितने रुपए का मिलता है ब्लैक वॉटर? क्या हर व्यक्ति पी सकता है ये पानी?

बालों और त्वचा के लिए अमृत है आंवला, जानिए सेवन का सही तरीका