जस्ती राव का पद से इस्तीफा

Webdunia
बुधवार, 24 अप्रैल 2013 (16:46 IST)
अमेरिका। यहां पर कैंसर रिसर्च सेंटर बनवाने में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ. जस्ती राव ने पिछले माह यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस कॉलेज ऑफ मेडिसिन में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सीआईन्यूजनाऊ डॉट कॉम के अनुसार उन्होंने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य संबंधी कारणों का उल्लेख किया है।

रॉव कॉलेज से 2001 में जुड़े थे जिसके बाद उन्होंने प्रोफेसर, सीनियर एसोशिएट डीन और रिसर्च सेंटर के प्रोग्राम निदेशक के पद संभाले। कैंसर सेल्स को लेकर अपनी रिसर्च के लिए राव को जाना जाता है। भारतीय अमेरिकी शोधकर्ता ने इस काम को एक बड़ा कारण समझा जाता है जिसके चलते 1 करोड़ 30 लाख डॉलर की लागत से सेंटर को बनाया गया था। 2011 की गर्मियों में इसे बनाया गया था। अधिकारियों को उम्मीद है कि मेडिकल स्कूल की क्षमता को बढ़ाने से प्योरिया में और अधिक प्रतिभाशाली कैंसर शोधकर्ता आएंगे।

राव ने 1982 में मद्रास विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में डॉक्टरेट हासिल की थी और नब्बे के दशक के अंतिम वर्षों में वे ब्रेन कैंसर की तरफ मुड़े। कन्सास और टेक्सास में विभिन्न पदों पर काम करने के बाद वे यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के एंडरसन कैंसर सेंटर में काम करने लगे लेकिन उन्होंने प्योरिया मेडिकल स्कूल में कैंसर रिसर्च सेंटर शुरू करने के लिए अपना पद छोड़ा।

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

सावन में कढ़ी क्यों नहीं खाते? क्या है आयुर्वेदिक कारण? जानिए बेहतर विकल्प

हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होता आइस बाथ, ट्रेंड के पीछे भागकर ना करें ऐसी गलती

सावन में हुआ है बेटे का जन्म तो लाड़ले को दीजिए शिव से प्रभावित नाम, जीवन पर बना रहेगा बाबा का आशीर्वाद

बारिश के मौसम में साधारण दूध की चाय नहीं, बबल टी करें ट्राई, मानसून के लिए परफेक्ट हैं ये 7 बबल टी ऑप्शन्स

इस मानसून में काढ़ा क्यों है सबसे असरदार इम्युनिटी बूस्टर ड्रिंक? जानिए बॉडी में कैसे करता है ये काम

सभी देखें

नवीनतम

क्या हमेशा मल्टी ग्रेन आटे की रोटी खाना है सेहतमंद, जान लें ये जरूरी बात

7 चौंकाने वाले असर जो खाना स्किप करने से आपकी बॉडी पर पड़ते हैं, जानिए क्या कहती है हेल्थ साइंस

मानसून में डेंगू के खतरे से बचने के लिए आज ही अपना लें ये 5 आसान घरेलु उपाय

ऑपरेशन सिंदूर पर शानदार कविता: भारत के स्वाभिमान और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत पंक्तियां

शताब्दी वर्ष में समाज परिवर्तन के लिए सक्रिय संघ