लूणी विधानसभा क्षेत्र में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला

Webdunia
सोमवार, 25 नवंबर 2013 (17:51 IST)
जोधपुर। जोधपुर जिले के लूणी विधानसभा क्षेत्र में इस बार कांग्रेस से बगावत कर पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतरकर चुनावी दंगल को त्रिकोणीय बना दिया है।

लूणी स्व. रामसिंह विश्नोई का परंपरागत सीट रही है और उन्होंने यहां से 8 बार चुनाव लड़कर सात बार सफलता प्राप्त की थी। वर्ष 2009 में हुए 13वीं विधानसभा के चुनाव में यहां से उनके पुत्र मलखान सिंह विश्नोई जीते थे, लेकिन इस बार भंवरीदेवी अपहरण एवं हत्या मामले में मलखान सिंह, उनका भाई परसराम विश्नोई एवं उनकी बहन इन्द्रा विश्नोई को आरोपी बनाए जाने पर कांग्रेस ने इनकी मां अमरी देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है। अठहत्तर वर्षीय अमरीदेवी चुनावी मैदान में पहली बार उतरी हैं।

यहां भारतीय जनता पार्टी ने पिछला चुनाव हारे जोगाराम पटेल पर फिर दांव खेला है। जोगाराम इस क्षेत्र से चौथी बार मैदान में हैं। वर्ष 2003 के चुनावों में सामाजिक न्याय मंच की टिकट पर वे रामसिंह विश्नोई से बहुत कम मतों से हारे थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। करीब ढाई साल बाद रामसिंह का निधन होने पर हुए उपचुनाव में जोगाराम ने भाजपा की टिकट पर उनके पुत्र मलखान सिंह को हराया लेकिन वर्ष 2008 के आम चुनावों में मलखान सिंह से हार गए थे।

जोधपुर जिले की बिलाड़ा विधानसभा क्षेत्र के राजनीति के खिलाड़ी पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी को वर्ष 2008 में विधानसभा क्षेत्रों के हुए परिसीमन के कारण बिलाड़ा सीट सुरक्षित होने पर पार्टी ने कहीं से टिकट नहीं दिया था और वे राजनीति के हाशिए पर चले गए थे। इस बार लूणी से पार्टी से टिकट मांगा था लेकिन नहीं मिलने पर वे बगावत कर निर्दलीय ही मैदान में हैं और चुनावी मुकाबले में उलटफेर करने में लगे हुए हैं।

लूणी विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 20 हजार से अधिक मतदाता हैं जिनमें एक लाख 15 हजार पुरुष एवं एक लाख पांच हजार महिला मतदाता है। इनमें करीब 40 हजार जाट मतदाताओं का समर्थन राजेन्द्र चौधरी 30 हजार पटेलों का जोगाराम एवं 18 हजार विश्नोई मतदाताओं का समर्थन अमरीदेवी को माना जा रहा है।

इसके अलावा 20 हजार राजपूत, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के 40 हजार एवं इतने ही अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग की जातियों का एवं तीनों ही उम्मीदवारों की ओर रुझान बना हुआ है लेकिन राजपूत एवं एससी/एसटी मतदाताओं में अधिक सेंधमारी करने वाले उम्मीदवार की जीत मानी जा रही है।

अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के भांति लूणी में भी चुनावी प्रचार की तड़क-भड़क कहीं नजर नहीं आ रही है और उम्मीदवार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जातिगत समीकरणों में उलटफेर करने में लगे हुए हैं।

अभी तक इस क्षेत्र के चोंखा गांव में 22 नवंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चुनाव अभियान व प्रभारी डॉ. सीपी जोशी की चुनावी सभा हुई है। इसके अलावा कोई बड़े नेता की सभा नहीं हो पाई है। यहां 29 नवंबर को भाजपा की ओर से गुजरात मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभा होगी। (वार्ता)

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