माओवादी नेता प्रसादम को जमानत

Webdunia
बुधवार, 23 फ़रवरी 2011 (23:07 IST)
उड़ीसा उच्च न्यायालय ने शीर्ष माओवादी नेता गांती प्रसादम को बुधवार को जमानत दे दी। मल्कानगिरि के जिलाधिकारी आरवी कृष्णा के अपहरणकर्ता नक्सलियों ने उनकी सुरक्षित रिहाई के बदले प्रसादम को छोड़े जाने की माँग की थी।

अदालत ने प्रसादम को दो जमानतों के साथ 20 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत प्रदान की। प्रसादम उन पाँच नक्सली नेताओं में शामिल है जिसकी रिहाई की माँग कृष्णा और जूनियर इंजीनियर पवित्र माँझी के अपहरणकर्ताओं ने की थी।

माओवादियों के चुने गए मध्यस्थों में से एक दंडपाणि मोहंती ने दावा किया कि प्रसादम जमानत मिलने के बावजूद तब तक जेल में ही रहना पसंद करेगा, जब तक कि अन्य लोगों को जेल से रिहा नहीं कर दिया जाता। प्रसादम ने यह बात मोहंती से उस समय कही जब उन्होंने उससे झारपाड़ा जेल में मुलाकात की थी।

अदालत ने साथ ही याचिकाकर्ता को कोरापुट जिला सत्र अदालत में जाने को कहा जो जमानत की अन्य शर्तें तय कर सके। सरकार ने प्रसादम की जमानत का विरोध नहीं किया। उस पर देशद्रोह और सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप थे।

सरकार ने अदालत को बताया कि प्रसादम के खिलाफ उसके सहयोग के बयान के अलावा उसके पास अन्य कोई साक्ष्य नहीं है। शीर्ष माओवादी रामकृष्ण की पत्नी पद्मा और चार अन्य नक्सलियों की जमानत पर सुनवाई बाद में होने की संभावना है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

बिहार में वोटर लिस्ट विवाद के बीच चुनाव आयोग ने दी बड़ी राहत, बिना दस्तावेज के जमा करा सकेंगे गणना फॉर्म

चीन में बड़े बदलाव की आहट, क्या शी जिनपिंग 12 साल बाद छोड़ने जा रहे सत्ता? ताकत का बंटवारा क्यों कर रहा ड्रैगन का राजा

बिहार में वोटिंग लिस्ट पर बवाल, महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में दी EC के फैसले को चुनौती

ब्राजील पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस को क्‍यों याद आया 2012 का शिखर सम्मेलन

सभी देखें

नवीनतम

उज्जैन में मुहर्रम के दौरान बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

9 जुलाई से पहले भारत-अमेरिका अंतरिम व्यापार समझौते पर गेंद वाशिंगटन के पाले में

Maharashtra : भाषा विवाद में कूदे दिनेश निरहुआ, ठाकरे बंधुओं को दी यह चेतावनी

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

बिहार चुनाव से पहले चिराग पासवान का बड़ा ऐलान, BJP और JDU का फायदा या नुकसान