Hanuman Chalisa

स्वामी दयानंद की ज्ञान गंगा

Webdunia
WD

एक छोटी-सी ज्ञान-गोष्ठी में स्वामी दयानंद के कुछ भक्त बैठे थे। उनमें से एक ने कहा- 'स्वामीजी, जो कुछ मैं पूछना चाहता हूँ वह आपके निजी जीवन से संबंध रखता है, इसलिए पूछते हुए संकोच हो रहा है।'

स्वामीजी बोले- 'आचार्य और शिष्य का संबंध आवरणरहित होता है। जानते नहीं मशाल के साथ अँधेरा भी रहता ही है- भले ही हम मात्रा में नगण्य ही क्यों न हों, इसलिए निःसंकोच होकर पूछो।'

तब उस महानुभाव ने पूछा- 'महाराज, क्या कभी काम ने आपको नहीं सताया?' प्रश्न सचमुच बड़ा बेढब था। यह सुन स्वामीजी ने नेत्र मींच लिए और समाहित से हो गए।

फिर बोले, 'प्रश्न सचमुच ही समझदारी का है। शिष्यों को गुरु से और गुरु को शिष्यों से कुछ भी छिपाकर नहीं रखना चाहिए, तभी तो शिष्य उच्च बन सकते हैं। अस्तु, काम मेरे समीप नहीं आया, न ही मैंने उसे देखा है। यदि आया भी होगा, तो मेरे मस्तिष्क और हृदय के द्वारों को बंद देखकर निराश ही लौट गया होगा। मेरे मस्तिष्क और हृदय को वेद-भाष्यादि के लेखन तथा शास्त्रार्थों से अवकाश ही कहाँ मिलता है, जिससे बचे समय में मेरे हृदय तथा मस्तिष्क का द्वार बाहर को खुले और मैं इस निम्न दैहिक स्तर पर आकर यहाँ के दृश्य देखूँ, सुनूँ और उस पर ध्यान दूँ?'

इतने में एक सज्जन ने पूछा, 'महाराज, अपराध क्षमा करें। क्या आप स्वप्न में भी कभी काम से पीड़ित नहीं हुए?' इस पर दयानंदजी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया- 'भाई जब काम को मेरे अंतर में प्रवेश करने के लिए द्वार ही नहीं दिखाई दिया, तब वह क्रीड़ा भी कैसे और किससे करता? जहाँ तक मेरी स्मृति साथ दे रही है, इस शरीर से शुक्र की एक बूँद भी बाहर नहीं गई है।' सुनकर सब अवाक्‌ रह गए। भला इतना उच्च जीवन कितने मानवों से सध सकेगा?

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Kharmas 2025: खरमास क्यों रहता है क्या करना चाहिए इस माह में?

अलविदा 2025: इस वर्ष 5 बड़े धार्मिक समारोह ने किया देश और दुनिया का ध्यान आकर्षित

Guru gochar 202: बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर, विपरीत राजयोग से 4 राशियों को वर्ष 2026 में मिलेगा सबकुछ

वार्षिक राशिफल 2026: गुरु-शनि का महासंयोग बनाएगा राजयोग, इन 4 राशियों के लिए खुलेंगे सफलता के द्वार

Jagannath puri video: जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर पक्षियों का झुंड, हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना?

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 20 दिसंबर, 2025: शनिवार का पंचांग और शुभ समय

Jupiter Transit 2026: नववर्ष 2026 में गुरु किन जातकों के विवाह में बनेंगे बाधक

माघ मेले में जा रहे हैं तो करें पांच तरह का दान, सभी संकट हो जाएंगे दूर

नई शुरुआत और अनंत संभावनाएं लेकर आएगा नववर्ष 2026, स्वयं करें विश्लेषण साल 2025 में आपने क्या हासिल किया और क्या सीखा?

Putrada Ekadashi 2025: पुत्रदा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, जानिए महत्व