ओंकारेश्वर बाबा की शाही सवारी....

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर

WD
NDND
एक तरफ कावड़ियों के जयकारे, दूसरी तरफ गुलाल उड़ाती युवाओं की मंडली। पूरा दृश्य बेहद मनोहारी और भव्य होता है। ओंकार महाराज की पंचमुखी रजत प्रतिमा को फूलों से सुसज्जित पालकी में बैठाकर कोटितीर्थ घाट लाया जाता है। नगर भ्रमण के बाद दोनों की सवारियों को पूरे लाव-लश्कर के साथ नौका विहार कराया जाता है। इस दौरान पूरा वातावरण शिवमय हो जाता है ।

कैसे जाएँ-

हवाई मार्ग- यहाँ से लगभग 77 किलोमीटर दूर इंदौर एअरपोर्ट है। यह एअरपोर्ट दिल्ली, मुंबई और भोपाल से सीधा जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग- यहाँ से 12 किलोमीटर दूर खंडवा-रतलाम जंक्शन है। पश्चिमी रेलवे का मुख्यालय होने के कारण यहाँ से रेल यातायात सर्वसुलभ है।

सड़क मार्गः- ओंकारेश्वर मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, खंडवा आदि शहरों से जुड़ा हुआ है। इन शहरों से होकर आगरा-मुंबई मार्ग निकलता है। इस तरह यहाँ सड़क मार्ग भी सुलभ है। यहाँ नियमित बस सेवा उपलब्ध है।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

सूर्य व शनि की कुंभ राशि में युति, बढ़ेंगी हिंसक घटनाएं, जानिए क्या होगा 12 राशियों पर असर

आश्चर्य में डाल देते हैं उज्जैन से अन्य ज्योतिर्लिंगों की दूरी के अद्भुत आंकड़े

Valentine Day Astrology: इस वेलेंटाइन डे पर पहनें राशिनुसार ये रंग, प्रेम जीवन में होगा चमत्कार

क्या है महाशिवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व, योग साधना के लिए क्यों मानी जाती है ये रात खास

महाकुंभ में क्या है भगवान् शंकर और माता पार्वती के विवाह से शाही बारात का संबंध, जानिए पौराणिक कहानी

सभी देखें

धर्म संसार

सूर्य का शत्रु की राशि कुंभ में गोचर, जानिए क्या होगा 12 राशियों पर इसका प्रभाव

प्रयाग कुंभ से लौटने के बाद घर पर जरूर करें ये 5 कार्य तभी मिलेगा तीर्थ स्नान का लाभ

Kumbh Sankranti 2025: कुंभ संक्रांति का क्या है खास महत्व और पूजा विधि

गंगा में स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो नर्मदा स्नान करके पाएं संगम स्नान से भी ज्यादा पुण्य, जानिए शास्त्र सम्मत जानकारी

Aaj Ka Rashifal: आज क्या कहती है आपकी राशि, पढ़ें 11 फरवरी का दैनिक राशिफल