क्यों करते हो एतबार मेरा

Webdunia
- ' निज़ाम' रामपुरी

क्यों करते हो एतबार मेरा
मालूम है तुमको प्यार मेरा

इक बात में फ़ैसला है तुमसे
रंज़ीदा है दिल हज़ार मेरा

तेरा नहीं एतबार मुझको
तू भी न कर एतबार मेरा

शायद कि न हो तुम अपने बस में
दिल पर तो है इख्तियार मेरा

कुछ समझे हुए है अपने दिल में
सुनते नहीं हाले-ज़ार मेरा

वह हाय बिगड़ के उसका जाना
रोना वही ज़ार-ज़ार मेरा

कल तो 'निज़ाम' यह न था हाल
दिल आज है बेक़रार मेरा

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

गर्मियों में बार-बार लगती है भूख? ये 10 हल्के और हेल्दी मन्चिंग ऑप्शंस रखेंगे आपको फ्रेश और फिट

जानिए पेट साफ न होने पर क्यों निकल आते हैं पिम्पल्स

AC की ठंडी हवा बन सकती है अस्थमा मरीजों के लिए जान का खतरा, डिटेल में जानें पूरा सच

कहीं कम प्यास लगने के पीछे हाई कोर्टिसोल तो नहीं है वजह? जानिए हाई कोर्टिसोल और कम प्यास का क्या है कनेक्शन

क्या खतरे में है मीडिया की निष्पक्षता? 2025 में क्या है वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे की थीम, जानिए विस्तार से

सभी देखें

नवीनतम

दुनिया की 5वीं सबसे अमीर महिला बनीं रोशनी नादर, जानिए उनकी सफलता की कहानी

लाल या हरा, पेट की सेहत के लिए कौन सा सेब है ज्यादा फायदेमंद? जानिए साइंटिफिक सच्चाई

मदर्स डे पर निबंध/भाषण: कुछ इस तरह रखें मां और उसकी ममता पर अपने विचार

विश्व हास्य दिवस क्यों मनाया जाता है, जानें इतिहास, महत्व और 2025 की थीम

गर्मियों में AC नहीं, नेचुरल कूलिंग इफेक्ट के लिए अपनाएं ये 5 असरदार योगासन